उत्तर प्रदेश के बदायूं जिला में एक गर्भवती विवाहिता ने अपने दो साल के बेटे के साथ खुद को आग लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। चीखपुकार सुनकर घरवालों ने किसी तरह आग बुझाई और महिला और बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन यहां बच्चे और महिला सहित उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका की मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने 6 ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, दिलदहला देने वाली घटना दातागंज के मोहल्ला बादामनगर में घटी। यहां के निवासी निवासी सौरभ पुत्र दिनेश की शादी करीब तीन वर्ष पूर्व अलापुर थाना क्षेत्र के गांव ग्योतीधर्मपुर निवासी काजल से हुई थी। विवाहिता काजल के घरवालों का आरोप है कि शादी होने के बाद उसके ससुराली दहेज में एक लाख रुपए मांग को लेकर प्रताड़ित करते थे। मांग पूरी न होता देख शुक्रवार देर शाम ससुराल पक्ष के लोगों ने पांच महीने की गर्भवती काजल को उसके दो साल के बेटे ऋषि पर कैरोसिन डाल कर आग लगा दी। आग की लपटें और चीखपुकार सुनते ही आसपड़ोस के लोग मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना देकर गंभीर रूप से झुलसी विवाहिता को बरेली हायर सेंटर भेज दिया।
जहां विवाहिता ने बरेली के अस्पताल में दम तोड़ दिया, जबकि दो साल के मासूम की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना की सूचना पर सीओ दातागंज व कोतवाल ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की है। इधर मां बेटे की मौत के साथ ही आने वाले खुशियों की हत्या कोख में हो गई। विवाहिता की मां की तहरीर पर पुलिस ने पति सौरभ, सास रानी, गौरव व बिट्टू देवर, ननद सहित छह के खिलाफ हत्या व दहेज उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश कर आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए दबिश देने में जुटी हुई है।