उत्तर प्रदेश के बहराइच जिला में एक गर्भवती महिला की थाने के भीतर सदमें से मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि विशेश्वरगंज थाना की पुलिस ने महिला के पति को लॉकअप में बंद किया था। गर्भवती अपने पति से मिलने गई तो पुलिसकर्मियों ने उसे बेइज्जत कर गंदी-गंदी गालियां दीं। आरोप है कि इसके चलते महिला की थाने में ही मौत हो गई। पत्नी की मौत से पति चीखने चिल्लाने लगा। घटना से भयभीत पुलिसकर्मियों ने उसके पति को लॉकअप से बाहर निकाल कर पत्नी के शव के साथ थाने से भगा दिया। इस घटना की भनक जब मीडिया को लगी तो अब जिम्मेदार थाने से नदारद हो गए और कोई भी बयान देने से मना कर रहे हैं। हालांकि मामला क्या है ये जांच का विषय है।
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला बिसेसरगंज इलाके के गुजरा का है। यहां नशे में धुत दबंगों की गांव के कमलेश नाम के युवक से कहासुनी हो गई। कहासुनी से नाराज दबंगों ने कमलेश को पीटना शुरू किया तभी कमलेश की 7 माह की गर्भवती पत्नी अपने पति को बचाने का प्रयास करने लगी। तो बेखौफ दबंगों ने गर्भवती महिला को लाठी डंडों से इस कदर पीटा की उसकी हालत गंभीर हो गई। बीच-बचाव में आए अन्य परिजनों को भी दबंगों ने जमकर पीटा। पिटाई से गंभीर हुई महिला जब दबंगो के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर थाने पहुंची तो उन्हें पुलिस ने पीड़िता को अप्सब्द कहते हुए डांट कर भाग दिया। इसके बावजूद महिला न्याय की आस में परिजनों संग के घंटे थाने में बैठी रही।
दबंगो की पिटाई से गंभीर हुई गर्भवती महिला की थाने में मौत हो गई। महिला की मौत के बाद पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। थाना परिसर में हुई गर्भवती महिला की मौत के बाद समूचा पुलिस विभाग दहल गया और मामले को दबाने की नियति से परिजनों को पुलिसिया खौफ दिखाकर डांटडपट कर थाने से भगा दिया। दबंगों से त्रस्त और पुलिस विभाग से आहत परिजन अब कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। लेकिन हद तो तब हो गयी जब इस मामले में जब एएसपी अजय प्रताप से फोन पर बात की गई तो उन्होंने साफतौर पर मीडिया के कैमरे के सामने आने से इंकार कर दिया।
पुलिसकर्मियों की संवेदनहीनता देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि गर्भवती महिला की मौत के जिम्मेदार जितने दबंग है उससे कही ज्यादा दबंगों को बचाने वाली पुलिस भी है। अगर पुलिस सही समय पर मामले में गंभीर होती तो महिला और उसके बच्चे की जान बचाई जा सकती थी। थाने में गर्भवती महिला की मौत के बाद पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। अपनी गलती को छुपाने के लिए पुलिस ने खाकी का खौफ दिखाकर परिजनों को शव के साथ मौके से भगा दिया।