बीजेपी द्वारा कानपुर में लगाई गई महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की एक होर्डिंग विवादों में आ गई है. दरअसल इस होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व् मुख्यमंत्री को ऊपर रखा गया है और राष्ट्रपति को नीचे वही उनके नाम के आगे महामहिम के स्थान पर माननीय लिखा हुआ. जब होर्डिंग को फेस बुक पर अपलोड किया गया तो सोशल मिडिया पर बहस का दौर शुरू हो गया. वैसे राष्ट्रपति का पद देश का सर्वोच्च पद है और गैर राजनैतिक पद है. लेकिन बीजेपी की यह होर्डिंग बता रही है कि यह पद भी उनका है और उनके नेता प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री देश के सर्वोच्च नागरिक से ऊपर है.
होर्डिंग में दी गई है महामहिम रामनाथ कोविन्द्र को राष्ट्रपति बनने की बधाई-
https://youtu.be/n8197SEHTdY
- कानपुर के किदवाई नगर के ब्लाक में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा एक होर्डिंग लगे गई है.
- जिसमें उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द्र को राष्ट्रपति बनने की बधाई दी है.
- लेकिन इस होर्डिंग में लोगों को कई खामिया नजर आई जिस पर वो खुल कर बोले.
- इस होर्डिंग में सबसे ऊपर बीजेपी के बड़े चेहरे है.
- उन चेहरों के नीचे लिखा है “दलित समाज के चिन्तक एंव कानपुर के गौरव ” और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व् मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की बड़ी तश्वीर लगी है.
- इसके बाद बीच में बड़े अक्षरों से लिखा है माननीय रामनाथ कोविन्द्र जी को राष्ट्रपति बनने पर हार्दिक बधाई.
- महामहिम राष्ट्रपति की तस्वीर को बीजेपी के कार्यकर्ताओ के साथ लगाया गया है.
देखने से लगता है कि राष्ट्रपति जी सिर्फ बीजेपी के राष्ट्रपति…
- इस होडिंग को फेस बुक पर अपलोड करने वाले सुनील कनौजिया का कहना है कि यह कही न कही सर्वोच्च पद के साथ मजाक किया गया है.
- मैंने यहाँ से निकलते हुए यह होर्डिंग देखा तो यह देख मुझे लगा देश के सर्वोच्च पद के साथ भाजपा द्वारा मखोल बनाने की कोशिस की गई है.
- यह संवैन्धानिक पद है और यह गैर राजनैतिक पद होता है.
- लेकिन यह होर्डिंग देखने से लग रहा है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ज्यादा सर्वोच्च है.
- इस लिए इनकी फोटो महामहिम से ऊपर लगी है.
- इसे देखने से लगता है कि राष्ट्रपति जी सिर्फ बीजेपी के राष्ट्रपति है.
- यह बनवाने वालो को संविधान की जानकारी नही है.
- ऐसे में जिन्हें देश के इतिहास भूगोल की जानकारी नही होगी वह देश की राजनीती क्या करेंगे.
- यह बात होर्डिंग दर्शाती है.
राष्ट्रपति और राज्यपाल के किया जाता है महामहिम के नाम से संबोधित-
- कनौजिया ने कहा इसमें अज्ञानता का बहुत बड़ा आभाव दिख रहा है.
- देश में दो पद ऐसे होते है राष्ट्रपति और राज्यपाल जिन्हें महामहिम के नाम से संबोधित किया जाता है.
- इस राजनैतिक दल ने खुद का भी मजाक बनाया और देश के सर्वोच्च पद का भी मजाक बनाया है.
- इन्होंने दलितों के नाम पर राजनीति की और महामहिम रामनाथ कोविन्द्र को राष्ट्रपति बनाया.
- लेकिन यह होर्डिंग देखने से पता लगता है कि इनकी मानसिकता नही बदली है.
- यह दलितों को आज भी उसी नजर से देखते है.
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