अमेठी: जहां एक तरफ कोरोना महामारी के चलते लोगों का रोजगार छिन गया है।वही अगर हम बात करें सब्जियों की तो सब्जियों की बढ़ती कीमतें से लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ी है। पहले तो प्याज की बढ़ती कीमत ने जायके का स्वाद बिगाड़ा और प्याज़ लोगो की पहुंच से प्याज़ दूर होती गई।

टमाटर का भाव भी 60 के पार हो गया है तो वहीं सब्जियों का राजा कहा जाने वाला आलू के सहारे गरीब अपना दिन काटते थे लेकिन इन दिनों आलू भी आम लोगों की पहुंच से दूर हो गई है। जहां महंगी सब्जियों ने रसोई का बजट बिगाड़ रखा है और सब्जियां आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही हैं।

आलू 40 के पार है तो टमाटर भी 60 पार हो चुका है तो वही प्याज और सीजनल सब्जियां भी के दाम आसमान छू रहे हैं जिससे दुकानदार और ग्रामीण दोनों परेशान नजर आ रहे हैं।

महंगाई दिन-ब-दिन अपने पांव पसार रही है, उसका सबसे बुरा हाल सब्जियों पर है। कोरोना महामारी के दौरान एक तरफ जहां आम आदमी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का काम धंधा कमजोर हुआ है तो वही सब्जी की महंगाई से ग्रहणी या खासी परेशान नजर आ रहे हैं और दुकानों में सब्जी की दुकानों में दिखने वाली भीड़ भी कम नजर आ रही है।

वही अमेठी में जब सब्जियों की हकीकत जानने की कोशिश की गई तो दुकानदारों ने अपनी अलग ही समस्या बताइए उनका कहना है कि मंडी में रेट काफी ज्यादा हो गया है जिससे हम लोग बहुत कम सब्जियां लाते हैं क्योंकि सब्जी महंगी होने के कारण लोग सब्जी कम खरीद रहे हैं।

वही आम आदमी की बात करें तो उन्होंने भी इस बात को कहा कि सर्दियों शुरू होते ही सब्जियों के दाम कम होते हैं लेकिन इस बार सब्जियों के रेट कम नहीं हो रहे हैं जिससे हम लोगों को खासी परेशानी हो रही है।

Input:Ram Mishra

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