गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (brd) में अस्पताल एवं जिला प्रशासन की लापरवाही से 34 बच्चों सहित करीब 60 लोगों की मौत हो गई. पुराने बिल का भुगतान न करने पर ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने की बात आ रही थी जबकि सरकार ने इसे सिरे से ख़ारिज कर दिया था.
वहीँ इस मामले में दायर याचिका पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने योगी सरकार से इन मौतों का कारण पूछा था. हाई कोर्ट ने कहा था कि सरकार BRD मेडिकल कॉलेज में हुई मौतों का कारण बताये. इस मामले की सुनवाई 29 अगस्त को होनी है.
मुख्य सचिव ने बनाई रिपोर्ट:
- अब इस मामले पर मुख्य सचिव राजीव कुमार अपनी रिपोर्ट सौंपने वाले हैं.
- सीएम योगी ने कई पहलुओं को रिपोर्ट में जोड़ने का निर्देश दिया था.
- राजीव कुमार ने इस मामले में रिपोर्ट तैयार की है.
- अन्य रिपोर्ट व पड़ताल के आधार पर इस तैयार की गई रिपोर्ट सीएम को सौंपी जाएगी.
- बता दें कि हाई कोर्ट ने सरकार से BRD मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौतों पर जवाब माँगा था.
सरकार ने ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत को बताया बेबुनियाद:
- शिक्षा चिकित्सा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि लापरवाही बरतने के चलते BRD कॉलेज के प्रिंसिपल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया था.
- वहीँ कहा गया था कि ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हुई लेकिन उसे पूरा किया गया.
- बच्चों की इंसेफेलाइटिस और इंफेक्शन से और लिवर खराब होने से मृत्यु हुई.
- वहीँ सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यहाँ पर लोग बीमारी के अंतिम चरण में आते हैं.
- BRD में एवरेज 17 मौतें रोज होती हैं.
- 2015 में 21 मौतें प्रतिदिन और 2016 में मौतें प्रति दिन होती थी.
- 2014 में अगस्त में 19 मौतें प्रति दिन होती थी.
- उन्होंने कहा कि सीएम यहाँ आये थे गैस सप्लाई का के बारे में किसी ने नही बताया.
- ये सरकार संवेदनशील सरकार है.
- BRD कॉलेज में आसपास के जिले के भी मरीज आते हैं.
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