यूपी पुलिस की लापरवाही एक बार फिर उजागर हो गई है। कभी बीच कचहरी से कोई कैदी फरार हो जा रहा है तो कोई चलती गाड़ी से कूद कर, तो कहीं बीच कचहरी में गवाह की हत्या कर दी जा रही है। दूसरी तरफ पुलिस लगातार बदमाशों का एन्काउन्टर कर रही है लेकिन फिर भी बदमाशों में पुलिस का खौफ नजर नहीं आ रहा है। यूपी पुलिस की एक बार फिर थू-थू हो गयी। फतेहपुर जिला कारागार से पांच दिन पूर्व जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया सजायाफ्ता कैदी ड्यूटी में तैनात सिपाहियों को चकमा देकर भाग निकला। देर रात भागे कैदी को खोजने के लिए पुलिस की आधा दर्जन टीमें हाँफती रही लेकिन शातिर दिमाग के इस कैदी का कोई भी सुराग नही लगा।
बताते चलें कि जिला जेल में बंद कैदी की तबियत खराब होने पर उसे बुधवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सजायाफ्ता कैदी शत्रुघ्न सिंह का मूल रूप से अशोथर थाना क्षेत्र के एझी गांव का निवासी है। लगभग दो दशक पहले उसे गांव में हुए दोहरे हत्या कांड के मामले में अभी हाल में ही उसे कोर्ट से बीस साल की सजा हुई थी। जिससे जिला कारागार में वो बंद था। 9 फरवरी को लूज मोशन के साथ पेट दर्द की शिकायत आ रही थी जिसके चलते उसे जिला जेल से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में उसे इमरजेंसी वार्ड के बेड नम्बर 24 पर भर्ती किया गया था। इस दौरान कैदी की सुरक्षा के लिए जेल के दो सिपाही मुस्तैद थे।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कैदी का परिवार भी शाम अस्पताल में मिलने आया था। देर शाम करीब आठ बजे कैदी ने सिपाहियों को किसी तरह चकमा देकर भाग निकला। भगाने की खबर जैसे ही ड्यटी पर तैनात सिपाहियों को हुई तो उनके होश उड़ गए। काफी देर तक वो वार्डों से लेकर बाथरूम तक तलाश करते रहे लेकिन कोई भी भनक नहीं लगी। देर रात तक पुलिस गाड़िया रात के अंधेरे में खोजती रही लेकिन शातिराना दिमाग का कैदी मौके की नजाकत को देख कर भाग निकला। सीओ सिटी केडी मिश्रा ने बताया कि कैदी की तलाश के लिए टीम गठित की जा रही है। कारागार के सिपाहियों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। भागे हुए कैदी की तलाश में पुलिस जगह जगह दबिश दे रही है। शीघ्र ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा।