सूबे में बढ़ते राजनीतिक तापमान के बीच अब घमासान और तेज होने की उम्मीद है, सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के रणनीतिकारों ने विधानसभा चुनाव 2017 के प्रचार प्रसार की समय सीमा तय कर दी है। महीने के अंत में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ट्रम्प कार्ड प्रियंका गाँधी अपना चुनाव अभियान शुरू करेंगी, जिसमें कई कार्यक्रमों में स्वयं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गाँधी भी शामिल होंगे। गौरतलब है कि प्रियंका को लेकर सूबे में एक ‘उत्सुकता’ है, और उसी उत्सुकता का फायदा प्रशांत किशोर उठाना चाहते हैं।
कांग्रेस का कार्यक्रम:
- प्रियंका और राहुल अगले हफ्ते से जन संवाद शुरू करेंगे और लोगों की समस्या जानने का होगा प्रयास
- रैली और रोड शो में जन-सैलाब जुटाने का जिम्मा राज बब्बर के नेतृत्व में पार्टी के क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व पर होगा
- लगभग टूट चुके कार्यकर्ताओं के हौसले को बढ़ाना होगा सबसे पहला टास्क
- स्वयं सोनिया गाँधी भी वाराणसी में शीला दीक्षित व राज बब्बर के साथ करेंगी रोड शो
गौरतलब है कि राज बब्बर की अध्य्क्ष की दावेदारी पर वीटो लगाने के साथ ही साफ़ हो गया था कि प्रियंका गाँधी की इस चुनाव में भूमिका क्या रहने वाली है, ऐसे में सवाल ये था कि प्रियंका को कब से मैदान में उतारा जाए। प्रियंका तुरुप का इक्का हैं ये सब जानते हैं, पर अगर यह दाव फेल हुआ और भाई राहुल गाँधी की तरह प्रियंका भी जनता से जुड़ने में असफल रहीं तो 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के अस्तित्व पर संकट आ सकता है।