लगातार बारिश से घाघरा का जलस्तर बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है. आलम ये है की अब घाघरा खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर आ गयी है.
घाघरा खतरे के निशान से ऊपर:
अभी तक लोग बारिश के लिए मिन्नतें कर रहे थे और गर्मी दिन प्रतिदिन बढ़ रही थी और जब लोगों की मन्नतें पूरी हुईं तो आफत आ गयी. बारिश अब रुकने का नाम नहीं ले रही है और नदियाँ अपने पूरे उफान पर हैं. घाघरा का पानी बढ़ कर अब बाधों को काट रहा है.
बताया जा रहा है की कटान एल्गिन-चरसड़ी अस्थायी बांध के किनारे हो रहा है. बांध के किनारे बने अस्थाई बांध में कटान शुरू हो गयी है.
नकहरा गांव के पास लगातार कटान हो रही है. बाढ़ पीड़ित क्षेत्र होने की वजह से दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
बाढ़ नियंत्रण इकाई हुई फेल:
प्रशासन की बाढ़ रोकने की सारी कोशिशें अब नाकाम साबित हो रही हैं. ग्रामीणों को उम्मीद है की हर बार की तरह इस बार भी उनके गाँव में बाढ़ आएगी और जनजीवन अस्त-व्यस्त कर देगी.
जिला स्तर पर लगाई गयी बाढ़ नियंत्रण इकाई फेल हो गयी है. बाढ़ नियंत्रण इकाई अब बंधे की निगरानी नहीं कर रही है.