नोटबंदी के बाद मेरठ पुलिस के हाथ शुक्रवार को सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है. दिल्ली रोड पर राजकमल एंक्लेव में एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस पर छापा मारकर पुलिस ने 25 करोड़ रुपए की पुरानी करेंसी बरामद की है. मौके से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह ऑफिस प्रॉपर्टी डीलर संजीव मित्तल का है, जो पुलिस का छापा पड़ते ही फरार हो गया.

बिल्डर हुआ फरार

एसपी सिटी मान सिंह चौहान के मुताबिक दिल्ली के दिल्ली के एक व्यक्ति के जरिए कमीशन पर पुराने नोट बदलने का सौदा तय हुआ था. पुलिस पिछले आठ 10 दिन से इंटरसेक्शन सर्विलांस और अन्य माध्यम से इस पर नजर बनाए हुए थे। शुक्रवार दोपहर सटीक सूचना पर कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर दीपक शर्मा ने दिल्ली रोड पर राजकमल एंक्लेव में मंदिर के सामने स्थित प्रॉपर्टी डीलर संजीव मित्तल के कार्यालय पर छापा मारा.

https://youtu.be/A3tmqjgNwAc

कम्प्यूटर के पार्टस का काम करता था संजीव:

15 साल पहले मित्तल को कोई नहीं जानता था. रातों-रात करोड़ों का मालिक बना संजीव मित्तल और इसके अंसल प्रोटेक विद्या समेत कई बिल्डरों से संबंध भी हैं. छापेमारी के दौरान परिवार को लेकर भाग गया है प्रॉपर्टी डीलर.
दि ग्रांड प्रोजेक्ट में पार्टनर से बेईमानी की थी . इसके बाद मित्तल के खिलाफ परतापुर थाने में केस दर्ज हुआ था. बिल्डर संजीव मित्तल लग्जरी गाडियो का था. पुलिस ने उसके घर के बाहर से कई लग्जरी गाड़ियाँ बरामद की हैं.
अपने आप को बचाने के लिये गाड़ियों पर मीडिया का स्टीगर लगाया हुआ था.

हवाला के जरिए करता था करोड़ों की हेराफेरी

संजीव मित्तल की 16 कंपनियां हैं. अंतरिक्ष बिल्डर्स भी संजीव मित्तल की कंपनी है.  तरन बिल्डर्स भी संजीव मित्तल की कंपनी है. ब्लोसम इंफ्रा, ग्लैक्सी इंफ्रा भी मित्तल की कंपनी है. नोटबंदी के बाद 500 करोड़ तक की हेराफेरी की

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें