[nextpage title=”108 सेवा को ऑपरेट करने वाले कर्मचारियों” ]
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट समाजवादी स्वास्थ्य सेवा (108) की शुरुआत जनता के लिए की गई थी. चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए इस सुविधा की शुरुआत की गई थी.
- ये सेवा जनता को मुफ्त में उपलब्ध करायी जाती रही है.
- इस सेवा के माध्यम से मरीज को अस्पताल तक पहुँचाने के लिए एम्बुलेंस मुफ्त में दी जाती है.
- इसके लिए मरीज को 108 नंबर डायल करना होता है.
- इस एम्बुलेंस सेवा के संचालन में तमाम अनियमितताएं सामने आने लगी हैं.
- एम्बुलेंस कर्मी के वेतन वृद्धि के नाम पर शोषण के अलावा कुछ नही मिला.
- इस 108 नंबर का सच जानने के बाद प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस करेगी.
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कई बार इस स्वास्थ्य सेवा पर अपनी पीठ थपथपा चुके हैं.
- लेकिन इस स्वास्थ्य सेवा को ऑपरेट करने वाले कर्मचारियों का जमकर शोषण होता है.
- उनसे जबरन ओवरटाइम कराया जाता है.
- जबकि ओवरटाइम का कोई भी अतिरिक्त पैसा नही दिया जाता है.
- वेतन के नाम पर 4-6 हजार रूपये दिए जाते हैं.
- जबकि जॉइनिंग के वक्त 10 हजार देने के पत्र पर हस्ताक्षर होते हैं.
- बाकी के पैसे कहाँ जाते हैं, इसके बारे में कोई कुछ नहीं बताता है.
- कंपनी के बड़े अधिकारी जाँच करने को तैयार नही होते हैं.
- शिकायत करने पर भी उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया जाता है.
- मुख्य कर्मी EMT और पायलट का वेतन नहीं बढ़ाया जाता है.
- जबकि सरकार की तरफ से इन्हें सालाना बजट बढ़ाकर दिया जाता है.
108 समाजवादी एम्बुलेंस के कर्मचारियों ने दिया यूपी सरकार को धमकी:
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https://youtu.be/7fFZSOQ4VK8
- अपनी माँगों के लिये 108 नंबर एम्बुलेंस के कर्मचारियों ने 7 सितम्बर को प्रदर्शन किया था.
- 108 नंबर एम्बुलेंस के कर्मचारियों की माँग पूरी न होने पर आज फिर 108 नंबर एम्बुलेंस के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया.
- समाजवादी एम्बुलेंस के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी एक प्रार्थना पत्र लिखकर भेजा है !
- कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुये सरकार को ये भी धमकी दी कि अगर उनकी माँगे आज रात 12 बजे तक नहीं पूरी न हुई तो वो लोग पूरे उत्तर प्रदेश में 108 समाजवादी एम्बुलेंस को ताला लगाकर खड़ी कर देगें!
- और अगर उसके बाद भी सरकार ने उनकी माँगे नहीं मानी तो वे प्रदर्शन स्थल पर ही आत्मदाह कर लेगें.
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