राजधानी लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र में हाल में ही पड़ी डकैती और तीन लोगों के डकैती के दौरान गोली मारने के मामले में पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी कि इसके बाद काकोरी थाना क्षेत्र में बेखौफ दो दर्जन नकाबपोश असलहों से लैस बदमाशों ने दो गावों में धावा बोलकर 5 घरों में डकैती की सनसनी खेज घटना को अंजाम दिया। बदमाशों ने परिवार के लोगों और महिलाओं, लड़कियों को असलहे की नोक पर लिया और घर में घंटों लूटपाट की। जब परिवार वालों ने विरोध किया तो बदमाशों ने करीब आधा दर्जन लोगों को गोली मार दी। बदमाशों ने ग्राम प्रधान के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इन सनसनीखेज मामलों में पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी कि मलिहाबाद में 22 जनवरी की रात बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए डाका डालकर पूर्व प्रधान के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन पुलिस मौके पर काफी देर से पहुंची।
डकैती की इस सनसनीखेज घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही मौके पर आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह, एसएसपी दीपक कुमार, एएसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार, सीओ मलिहाबाद, थाना प्रभारी मलिहाबाद पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने सभी घायलों को ट्रॉमा सेंटर भर्ती कराया। घटना होने के बाद मौके पर डॉग स्क्वायड, फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम व फिंगर प्रिंट दस्ते ने भी छानबीन की, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग पाया।
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पुलिस द्वारा डकैती ना मानने के विरोध में सड़क पर उतरे व्यापारी
करीब तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने बदमाशों सुराग नहीं लगा पाया तो इससे आक्रोशित व्यापारियों ने गुरुवार सुबह बाजार बंद करने का ऐलान किया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में व्यापारियों ने स्थानीय लोगों के साथ मलिहाबाद कोतवाली का घेराव कर जमकर हंगामा किया। आरोप है कि जिब्रान खान के घर हुए हमले को पुलिस मान नहीं रही है।
इस घटना से भड़के व्यापारियों ने मलिहाबाद बाजार बंद कराकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। फिर जुलूस निकालकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। एसडीएम ने मामले का जल्द खुलासा करने की मांग की है। जिब्रान के अनुसार, उनकी सतर्कता से हादसा टल गया। उन्होंने तत्काल अपने परिचितों, ग्रामीणों व पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। लाइसेंसी बंदूक से खिड़की से फायरिंग करने लगे। नागरिकों व पुलिस ने घेराबंदी की। बताया गया कि पांच से अधिक की संख्या में आए डकैत भाग निकले। हालांकि पुलिस इस घटना से इंकार कर रही है।
पांच दिन रहा डकैतों का कहर
बता दें कि बेखौफ बदमाशों ने हाईटेक पुलिस को चुनौती देते हुए 5 दिनों में 13 घरों में डकैती डालकर 3 लोगों की हत्या कर दी। वहीं 11 लोगों को गोली मारकर घायल कर दिया। इन सनसनीखेज वारदातों में पुलिस अभी भी खाली हाथ हैं। गौरतलब है कि करीब आधा दर्जन से अधिक असलहों से लैस नकाबपोश बदमाशों ने मलिहाबाद के सरावां गांव में पूर्व प्रधान के घर गांव में सोमवार की रात करीब 2:00 बजे धावा बोला। डकैतों ने सबसे पहले गांव में श्यामू के घर को निशाना बनाया। यहां बदमाश दरवाजा तोड़कर अंदर घर में घुसे और घरवालों को असलहों की नोक पर बंधक बनाकर घर में रखे जेवर और नगदी लूट ली।
विरोध करने पर बदमाशों ने छत्रपाल यादव और श्यामू रावत को लोहे की रॉड से पीटकर घायल किया। इसके बाद बदमाशों ने घर में जमकर लूटपाट की। बदमाशों ने गांव में करीब आधे घंटे तक तांडव किया और आसानी से फरार हो गए। घरवालों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया यहां डॉक्टरों ने श्यामू को मृत घोषित कर दिया। मृतक श्यामू की पत्नी ने बताया कि बदमाश 5 लाख रुपए सहित जेवर लूट कर फरार हो गए। फिलहाल पुलिस पूरे घटनाक्रम की गहनता से जांच कर रही है।