ऑल इंडिया बैक आफिसर्स कन्फेडरेशन (आयबॉक) के बैनर तले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अधिकारी आज हड़ताल पर हैं। बैंक अधिकारी सिविल सेवा के अधिकारियों के समान वेतन सहित कई अन्य मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। आयबॉक के प्रांतीय अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि हड़ताल के दौरान लोगों की सहूलियत के लिए एटीएम में पर्याप्त कैश उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है। आयबॉक के प्रांतीय महामंत्री दिलीप चौहान ने बताया कि यह हड़ताल भारतीय बैंक संघ (आईबीए) और केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में है। हड़ताल में कई बैंकों के अधिकारी शामिल हुए। स्टेट बैंक की मुख्यशाखा सहित कई बैंकों में हड़ताल का असर देखने को मिला।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]इन तारीखों को नहीं खुलेंगे बैंक, हो सकती है पैसे की किल्लत[/penci_blockquote]
बैंकों में हड़ताल के चलते ग्राहक इधर भटकते नजर आ रहे थे। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अधिकारी शुक्रवार को हड़ताल पर रहे। इस हड़ताल में कर्मचारी शामिल नहीं हुए, अफसरों के न होने से बैंकों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। बता दें कि 22 दिसंबर को महीने का चौथा शनिवार है और 23 दिसंबर को रविवार की छुट्टी। फिर 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी है, जबकि इसके अगले दिन 26 दिसंबर को बैंक यूनियन ने हड़ताल का ऐलान कर रखा है। इस दरम्यान सोमवार को बैंक खुलेंगे, लेकिन इस दिन चालान, ड्राफ्ट या चेक से पेमेंट नहीं होगा। हड़ताल के चलते पैसे की किल्ल्त हो सकती है। हड़ताल को देखते हुए एटीएम में कैश पर्याप्त मात्रा में भरा गया है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]बैंक अधिकारियों की ये हैं मुख्य मांगें[/penci_blockquote]
➡पिल्लई कमिटी की संस्तुतियों के मुताबिक वेतन सिविल सेवा अधिकारियों के बराबर किया जाए।
➡डूबे लोन की वसूली हो।
➡नई पेंशन स्कीम लागू की जाए।
➡पारिवारिक पेंशन में सुधार हो।
➡बैंकों के विलय पर रोक लगे।
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