पल्स पोलियो अभियान के प्रति जबरदस्त लापरवाही बरती जा रही है। सरकार जहाँ एक ओर देश को पोलियों मुक्त करने को लेकर हर संभव प्रयास कर रही है वही दूसरी ओर स्वास्थ्य कार्यकर्ता की कार्यप्रणाली के चलते स्थिति बिगड़ रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने जब मामले की जांच की तो 70 कर्मचारी मौके से गायब मिले। इन कर्मचारियों को नोटिस जारी कर कार्रवाई के निर्देश दिये गए हैं। हालांकि वजह जो भी हो लेकिन कर्मचारियों के इस तरह के व्यवहार से सरकार और स्वास्थ्य विभाग दोनों के प्रयासों पर पानी फिर रहा है। जिसका खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है।
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जिला कार्यक्रम अधिकारी को भेजा गया पत्र
- रविवार से पल्स पोलियो अभियान चल रहा है।
- छूटे हुए बच्चों को घर-घर दवा पिलाने का अभियान चल रहा है।
- घर-घर दवा पिलाने के नाम पर कर्मचारी लापरवाही कर रहे हैं।
- बिना किसी को सूचना दिए कर्मचारी गायब हो रहे है।
- अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया कि जांच में 70 से ज्यादा कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं मिले हैं।
- इनमें 51 आंगनबाडी कार्यकत्री शामिल साथ ही 18 आशाबहुओं को भी शामिल किया गया हैं।
- उन्होंने बताया कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले सभी कर्मचारियों पर कार्यवाही होगी।
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिख दिया गया है।
- आशा पर कार्रवाई के लिए संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षकों को पत्र लिखा गया है।
- सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई का कहना है कि पल्स पोलियो अभियान में लापरवाही की सबसे ज्यादा घटना नादरगंज क्षेत्र में हुई हैं।
- उन्होंने बताया कि अभियान में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- और अभी अन्य जगहों पर भी देखा जा रहा है।
- जहाँ भी इस तरह की लापरवाही हो रही है सभी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
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