नयी सरकार के गठन के बाद यूपी में बिजली की आपूर्ति दुरुस्त नहीं हो पायी है. पूर्वांचल के कई जिलों में बिजली का बुरा हाल है. भीषण गर्मी के कारण आम जनता का बुरा हाल है और गर्मी से राहत के लिए बिजली आने का इंतजार भी लोग कर रहे हैं. बिजली कटौती के कारण भीषण गर्मी ने आमजन की मुसीबतें बढ़ा दी हैं जिसके लिए जनता के बिजली विभाग को दोषी ठहराया और कहा कि पूर्वांचल के गांवों में बिजली कटौती के लिए अधिकारी अधिक जिम्मेदार हैं.

शिकायतों के बाद हटाये गए MD:

लगातार मिल रही शिकायतों के कारण ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के MD ए के मित्तल को हटा दिया है. PVVNL के MD ए के मित्तल को एक महीने पूर्व ही तैनात किया गया था लेकिन कई शिकायतों के बाद ऊर्जा मंत्री ने ये कदम उठाया है.

ए के मित्तल पर बिजली आपूर्ति में डील के भी आरोप लगे थे और कई योजनाओं में भी हेर-फेर करने के आरोप ए के मित्तल पर हैं. भारती को फ़िलहाल MD का कार्यभार सौंपा गया है.

गौरतलब है कि पूर्वांचल के कई जिलों में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से संचालित न होने के कारण जनमानस में रोष व्याप्त है और विभागीय लापरवाही के आरोपों के कारण नयी सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे थे.

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