उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार 8 दिसंबर को PWD कांफ्रेंस में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, इस दौरान कार्यक्रम में केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, छत्तीसगढ़ के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत, असम के PWD मंत्री सुधीर धवरकर. गोवा, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, सिक्किम, मणिपुर, एमपी के पीडब्ल्यूडी मंत्री लखनऊ कांफ्रेंस कार्यक्रम में पहुंचे थे, जिसके तहत सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी का आयोजन राजधानी लखनऊ स्थित बाबा भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में किया गया था। इसके साथ ही योगी सरकार के उप-मुख्यमंत्री और PWDन मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रदर्शनी को संबोधित भी किया।
लखनऊ कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम में सीएम @myogiadityanath , डिप्टी सीएम @kpmaurya1 व केंद्रीय मंत्री @nitin_gadkari ने दीप प्रज्वलित किया. pic.twitter.com/ohTgTM2sRz
— UttarPradesh . Org (@WeUttarPradesh) December 8, 2017
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CM योगी आदित्यनाथ के संबोधन के मुख्य अंश:
- 19 मार्च 2017 को जब हमने सत्ता संभाली थी तब हमें 1 लाख 21 हजार किमी की सड़के गड्ढा युक्त मिली थी लगता ही नहीं था कि ये सड़के हैं या खेत
- खनन गड्ढा मुक्त किए जाने में एक चुनौती थी खनन पर कोर्ट से रोक थी फिर NGT आड़े आ गया,
- 100 दिनों में गड्ढा मुक्त सड़के बनाने का हमारा लक्ष्य चुनौती बन रहा, कोई सही मानक नहीं थे
- पहले सड़क आज बनी है फिर वो उखड़ती हुई दिखती थी
- अगर आप कार्य करेंगे तो वो दिखेगा नहीं करेंगे तो प्रश्नचिन्ह खड़ा होगा
- 1 लाख 21 हजार किमी की ये सड़के गड्ढा युक्त कैसे रहीं क्यों आम जनता को इसपर प्रश्न उठाना पड़ता है ,इन सब बिंदुओं पर विचार किए जाने की आवश्यक्ता है
- कहीं कोई शहर आप देखेंगे तो वहां आपको प्लास्टिक का कूड़ा दिखेगा अगर ये प्लास्टिक सड़क निर्माण में काम आ सके
- हमे लगता है कि यहां इन तकनीकी सत्रों के माध्यम से हमे सड़के 10 साल ,15 साल कैसे चलें इसमें सुझाव जरूर मिलेंगे
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- नितिन गडकरी के संबोधन के मुख्य अंश:
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- देश में सड़कों पर जितना ध्यान दिया जाना चाहिए था उतना नहीं दिया गया
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- मेरे जीवन में सबसे अच्छा कोई काम करने अगर अभी तक कोई मौका मिला तो वो है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को बनाने का,
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- लोग पूछते हैं आपके पास ये सब काम करने का पैसा कहाँ से आता है इतना, मैं कहता हूँ द्रौपदी के पास जैसे थाली थी वैसी ही हमारे पास भी है
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प्रदूषण को कम करने की दिशा में मंथन किया जायेगा:
- सड़कों का कैसे काम लागत से निर्माण कर सके।
- प्रदूषण को कम कर सके इस दिशा में यहाँ मंथन होगा।
- विभाग से भी भृस्टाचार कम हो सके, इस पर भी चर्चा करेंगे।
- 84 हजार किमी सड़कों को गड्ढामुक्त किया गया।
- कम समय में तीव्रता के साथ सड़कों का निर्माण हुआ।
- हमने अच्छा काम किया है जिसके वजह से बाहर से लोग आए हैं, तकनीक पर विचार करने।
- इतने कम समय में हमारी सरकार ने चमत्कार जैसे कार्य किये हैं।
- विभिन्न राज्यों से आये पीडब्ल्यूडी मंत्रियों व् विभिन्न राज्यों से आये सीएम के प्रतिनिधियों का स्वागत है