योगी आदित्यनाथ ने यूपी की सत्ता संभालने के बाद प्रदेश की जनता से एक अहम वादा किया था। सीएम योगी ने वादा किया था कि 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़कें गड्ढा मुक्त हो जाएंगी। सीएम योगी ने कहा था कि यूपी अब खराब सड़कों की वजह से नहीं जाना जाएगा। लेकिन सीएम योगी के इस वादे को अधिकारी लोग ही पलीता लगाने में जुटे हैं।
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क्या है पूरा मामला
- उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में तैनात पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन मनोज साहू का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
- इस ऑडियो में टेंडर (निविदा) को लेकर एक्सईएन एक राजकीय ठेकेदार रवि यादव से फोन पर बात कर रहे हैं।
- बातचीत के दौरान एक्सईएन कहते हैं कि जब सत्ता बदलती है तो सबकुछ सत्ता के हिसाब से होता है।
- एक्सईएन ने फोन पर यह भी कहा कि जो टेंडर पहले जारी कर दिए गए थे, उन्हें तत्काल प्रभाव से डीएम ने निरस्त कर दिया है।
- इसके बावजूद अभी तक ई टेंडर प्रक्रिया को शुरू नहीं किया गया है।
- ऑडियो में साफ सुना जा सकता है कि एक्सईएन कह रहे हैं 15 जून तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त बना पाना बिल्कुल असंभव है।
- वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि सिल्ट सफाई का काम मजदूरों के द्वारा होगा। मशीन का प्रयोग नहीं किया जाएगा।
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योगी सरकार ने जारी किए हैं 282 करोड़ रुपए
- यूपी की सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए योगी सरकार ने अभी तक 282 करोड़ रुपए जारी किए हैं।
- बता दें, यूपी में केवल पीडब्ल्यूडी की 53,615 किलोमीटर सड़कें गड्ढायुक्त हैं।
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ठेकेदार कर रहे हैं मनमानी
- योगी सरकार के इस आदेश के बाद प्रदेश के ठेकेदार परेशान हैं और मनमानी करने पर उतारु हैं।
- ई टेंडर प्रणाली को लेकर ठेकेदारों में योगी सरकार के प्रति गुस्सा है।
- सूत्रों की मानें तो, ठेकेदार सड़कों को गड्ढामुक्त करने का टेंडर ही नहीं उठाना चाहते हैं।
- इसके पीछे की वजह उनका कम फायदा है।
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