लखनऊ विश्वविद्यालय में बीकॉम थर्ड ईयर का एक प्रश्नपत्र विवादों में आ गया है। इस पेपर में छात्रों से भाजपा सरकार से जुड़े इतने प्रश्न पूछे गए कि अब विभिन्न राजनीतिक दलों को एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। दरअसल लखनऊ विश्वविद्यालय में 17 मार्च को एप्लाइड इकोनॉमिक्स में इंडियन इकोनॉमिक स्ट्रक्चर की परीक्षा हुई। इस प्रश्नपत्र के पहले सवाल में 10 अलग-अलग बिंदुओं की व्याख्या करने को कहा गया। इन 10 बिंदुओं में से 7 में प्रधानमंत्री की योजनाओं के बारे में व्याख्या करने को कहा गया। प्रश्नपत्र सामने आने के बाद यह चर्चा होने लगी की यह प्रश्नपत्र है या सरकार का घोषणा पत्र।
10 बिन्दुओं पर पूछे गए थे प्रश्न
इस प्रश्न पत्र के चर्चा में आने के बाद विपक्षी दल के नेता भाजपा पर निशाना साधने लगे हैं। बताया जा रहा है कि विवि के एक प्रोफेसर भाजपा से जुड़े हुए हैं शायद इसी कारण सरकार से जुड़े हुए प्रश्न पूछे गए हैं। इस प्रश्न पत्र में 10 अलग अलग बिन्दुओं पर सवाल पूछे गए थे जिसमें से सात प्रश्न भाजपा सरकार से जुडे हुए थे। वहीं छात्रों का कहना है कि कई सारे प्रश्न ऐसे थे जो सेलेबस से नहीं थे। दूसरी तरफ शिक्षकों में भी इस बात की चर्चा जोरों पर है।
17 मार्च को हुआ था पेपर
लखनऊ विश्वविद्यालय में 17 मार्च को एप्लाइड इकोनॉमिक्स में इंडियन इकोनॉमिक स्ट्रक्चर की परीक्षा हुई। इस प्रश्नपत्र के पहले सवाल में 10 अलग-अलग बिंदुओं की व्याख्या करने को कहा गया। जिसमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, डिजिटल इंडिया, दीनदयाल उपाध्याय, ग्राम ज्योति योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, स्टार्ट अप इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना तथा प्रधानमंत्री जनधन योजना के में पुछा गया था।