प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शास्त्री भवन में रायबरेली जिले में एम्स के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण देखते हुए कहा कि इसके निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे शीघ्र पूरा किया जाए। जुलाई, 2018 से इसमें ओ0पी0डी0 शुरू करने के साथ-साथ सितम्बर, 2019 से चिकित्सा शिक्षा का कार्य भी शुरू किया जा सके। रायबरेली एम्स के शीघ्र क्रियाशील होने से इस क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को अपने राज्य में ही प्रभावी चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
रायबरेली एम्स के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे शीघ्र पूरा किया जाये : सीएम
प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रथम चरण में आवासीय, हॉस्टल तथा अस्थायी ओ0पी0डी0 का काफी कार्य हो चुका है। इन्हें जुलाई, 2018 में शुरू किए जाने की योजना है। जबकि द्वितीय चरण में 600 बेड के अस्पताल के साथ-साथ, 100 एम0बी0बी0एस0 विद्यार्थियों क्षमता वाले एकेडमिक ब्लॉक के लिए टेण्डर की कार्रवाई चल रही है। इसका निर्माण कार्य अप्रैल, 2018 से शुरू किया जाएगा। इसे मार्च, 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। ओ0पी0डी0 कार्य के लिए पदों का सृजन किया जा चुका है।
जुलाई, 2018 से एम्स में ओ0पी0डी0 सेवा शुरू किया जाए : सीएम
सीएम योगी ने कहा कि अस्थायी ओ0पी0डी0 सुविधा पूर्ण हो चुकी है।
जिसमें रजिस्ट्रेशन तथा डिस्पेंसरी के लिए नए ब्लॉक की स्थापना की गई है।
आने वाले मरीजों व तीमारदारों के लिए इसमें एक बड़े वातानुकूलित प्रतीक्षालय की स्थापना भी की गई है।
इस अस्थायी ओ0पी0डी0 में जो सुविधाएं मिलेंगी।
उनमें जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, ई0एन0टी0 आर्थोपेडिक गायनकोलॉजी, डेंटल तथा आप्थल्मोलॉजी शामिल है। इसके अलावा, डायग्नोस्टिक्स के तहत रेडियोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड, ई0सी0जी0 तथा लैबोरेटरी की सुविधा भी उपलब्ध होगी।अन्य जो सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी, उनमें माइनर ओ0टी0, ट्रीटमेण्ट रूम, फार्मेसी, कैफेटेरिया तथा स्टाफ आफिसेज शामिल हैं।
एम्स में सितम्बर, 2019 से चिकित्सा शिक्षा का कार्य शुरू कराया जाए : सीएम
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि 600 बेड के स्पेशियलिटी डिपार्टमेण्ट में जनरल सर्जरी (40 बेड), जनरल मेडिसिन (40 बेड), पीडियाट्रिक्स (40 बेड), आर्थोपेडिक्स (30 बेड), आप्थेलमोलॉजी (20 बेड), साइकिआट्री (10 बेड), डर्मेटोलॉजी (10 बेड), ई0एन0टी0 (20 बेड), आब्सटेरिक्स तथा गाइनी (60 बेड), पी0एम0आर0 (15 बेड), न्यूरोलॉजी (25 बेड), सर्जिकल आन्कोलॉजी (30 बेड), एण्डोक्रिनोलॉजी (25 बेड), मेडिकल आन्कोलॉजी (20 बेड), पीडियाट्रिक सर्जरी (20 बेड), न्यूरो सर्जरी (30 बेड), गैस्ट्रोएण्ट्रोलॉजी (25 बेड), यूरोलॉजी (25 बेड), कार्डियोलॉजी (30 बेड), सी0टी0वी0एस0 (30 बेड), नेफ्रोलॉजी (25 बेड) और इमरजेन्सी (30 बेड) शामिल हैं।
इसी प्रकार, रायबरेली एम्स के हाउसिंग कॉम्पलेक्स की क्षमता 1397 होगी।
जिसमें ग्राउण्ड फ्लोर के अतिरिक्त 07 तल शामिल होंगे।
इसके अलावा, डायरेक्टर के एक बंग्ले सहित टाइप-2ए के 36, टाइप-2बी के 36, टाइप-2सी के 36, टाइप-3 के 18, टाइप-4 के 24, टाइप-5 के 24 आवासों कुल 175 आवासों का निर्माण भी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि 97 एकड़ क्षेत्रफल वाली रायबरेली एम्स परियोजना की लागत 823 करोड़ रुपए है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह, भारत सरकार के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण के संयुक्त सचिव श्री सुनील शर्मा, प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन, ऊर्जा, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, कृषि, नगर विकास तथा आवास विभाग के प्रमुख सचिवों सहित महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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एम्स में सितम्बर, 2019 से चिकित्सा शिक्षा का कार्य शुरू कराया जाए।
राज्य सरकार प्रदेशवासियों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री ने रायबरेली एम्स के सम्बन्ध में बताया हैं।