रायबरेली: संदिग्ध परिस्थितियों में युवती ने की आत्महत्या, पुलिस ने जांच शुरू की

रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र के भगवतीपुर गांव में 30 वर्षीय प्रिया तिवारी ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।

घटना का विवरण

प्रिया तिवारी, जो एमए प्रथम वर्ष की छात्रा थी, ने अपने घर के अंदर बंद कमरे में फांसी(Suicide) लगाई। मृतका के पिता, संपूर्णानंद तिवारी, गांव में ही रहते हैं। घटना के वक्त प्रिया घर में अकेली थी, क्योंकि उसकी मां और भाई रिश्तेदारों के घर गए हुए थे। उसकी बड़ी बहन इलाहाबाद में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है।

गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे, प्रिया ने अपनी मां और बहन से फोन पर बात की थी। लेकिन जब दोपहर 2 बजे मां और भाई घर लौटे, तो उन्होंने प्रिया को कमरे के अंदर फांसी पर लटका हुआ पाया। परिवार वालों ने तुरंत ग्रामीणों और पुलिस को सूचना दी।

पुलिस कार्रवाई और प्रारंभिक जांच

घटना की जानकारी मिलते ही गदागंज थाना अध्यक्ष पंकज कुमार त्यागी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लगता है। हालांकि, पूरी सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मृतका के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच के बाद ही सामने आएगी।

थाना अध्यक्ष पंकज कुमार त्यागी ने बताया, “घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। शव को फांसी के फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। प्राथमिक जांच में यह मामला आत्महत्या का लग रहा है। हालांकि, हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं।”

ग्रामीणों और परिवार में शोक की लहर

घटना से भगवतीपुर गांव में शोक की लहर है। प्रिया के अचानक इस तरह आत्महत्या करने की खबर से ग्रामीण स्तब्ध हैं। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने बताया कि प्रिया एक शांत और पढ़ाई में रुचि रखने वाली युवती थी। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन इस घटना ने उसके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।

जांच में क्या हो सकता है अहम?

पुलिस इस मामले में मृतका के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इससे यह पता चल सकता है कि प्रिया ने आत्महत्या से पहले किसी से बातचीत की थी या नहीं। इसके साथ ही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का सही समय और कारण भी स्पष्ट हो जाएगा।

यह घटना समाज में बढ़ते मानसिक तनाव और समस्याओं की ओर इशारा करती है। युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता और मदद उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है। पुलिस की जांच से उम्मीद है कि इस दुखद घटना के पीछे के कारणों का पता चलेगा और परिवार को न्याय मिलेगा।

इस तरह की घटनाएं यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि हम अपने आसपास के लोगों की समस्याओं और मानसिक स्थिति को समझने में कितने असफल हैं। समाज और प्रशासन को ऐसे मामलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

Report:- Shiva Maurya

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