जिस अपराध को समाप्त करने की बात सूबे की योगी सरकार कर रही है, उसी कानून-व्यवस्था को लेकर बीजेपी नेता लगातार चिंता जाहिर करती रहे हैं. पुलिस की लापरवाही के कारण छेड़छाड़ की घटनाएँ रुक नहीं रही है. एंटी रोमियो दल निष्क्रिय दिखाई दे रहा है. महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर इस दल का गठन किया गया लेकिन अब ये महज कागजों में चलता है.
वहीँ अब बलिया पुलिस इस मामले को नया रंग देकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश में है. आरोपी के फरार पिता को पुलिस पकड़ने में तो कामयाब नहीं हो सकी है लेकिन मृतका को बदनाम करने की साजिश शुरू हो चुकी है.
बलिया पुलिस अपनी नाकामी छिपाने में जुटी:
- मामले को दबाने के लिए पुलिस अब इसे नया मोड़ देने में जुटी है.
- रागिनी की हत्या को प्रेम-प्रसंग से पुलिस ने जोड़ने की कोशिश की जा रही है.
- प्रेम में बेवफाई के चलते हत्या की बात बलिया पुलिस कह रही है.
- छेड़खानी का विरोध करने पर मर्डर की बात बलिया पुलिस ने दबाने में जुटी है.
- पुलिस कहती है कि आरोपी ने प्रेम प्रसंग की बात कुबूल की है.
- जबकि इसके उलट मृतका के परिजन इस बात को मानने को कत्तई तैयार नहीं हैं.
- उन्होंने बलिया पुलिस के बयान के बाद uttarpradesh.org से बात की.
परिजनों ने पुलिस पर मामला दबाने का लगाया आरोप:
- परिजनों से जब हमनें पुलिस के बयान के बाद बात की तब परिजन जैसे एकदम टूट गए.
- उन्होंने कहा कि रागिनी की मौत के बाद अब उसे बदनाम करने की कोशिश हो रही है.
- उन्होंने प्रेम प्रसंग की बात सिरे से ख़ारिज कर दी.
- मृतका रागिनी की बहन ने बताया कि पुलिस जानबूझकर उसकी मृत बहन को बदनाम करने में जुटी है.
- आरोपी आदित्य रागिनी को परेशान कर रहा था, जिसकी शिकायत उसके पिता से घटना के एक दिन पूर्व ही की गई थी.
- पिता ने रागिनी और उसके परिवार के सामने बेटे को समझाने की बात कही थी.
- कृपाशंकर तिवारी ने कहा था कि पुलिस के यहाँ न जायें, वो अपने बेटे को समझायेंगे.
- कृपाशंकर तिवारी ने आश्वस्त किया था कि अब आदित्य रागिनी को परेशान नहीं करेगा.
- परिजन भी आरोपी के पिता की बात मानकर घर चले गए.
- परिजनों का कहना है कि उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि इस प्रकार की घटना उनकी बेटी के साथ होगी.
- वहीँ उन्होंने बताया कि रागिनी पढ़ने से मतलब रखती थी.
- वो स्कूल आते-जाते तंग करने वालों को नजरअंदाज कर अपनी पढ़ाई पर ध्यान देती थी.
- वो 12वीं की छात्रा थी और आगे की पढ़ाई के लिए लखनऊ जाना चाहती थी.