भारत में बाल श्रम मजदूरी पर कड़े नियम कानून बनाये गए हैं, फिरभी हम सब हमारे आस पास होते हुए इस अपराध को अनदेखा कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहाँ पर बसपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बच्चों से प्लेटें धुलाई गई।
- बसपा का यह कार्यक्रम आज भी रायबरेली में होना है।
- बसपा के कार्यकर्तायों इस सम्मलेन में बाल श्रम कानून की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
- पढ़ने-लिखने की उम्र में बच्चों से मजदूरी करवाई जा रही है।
- बसपा के द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
- इस मामले को संज्ञान में लेते हुए श्रम विभाग ने कई प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की।
- इस दौरान करीब दर्जन भर बाल मजदूरों को बाल श्रमसे रिहा कराया गया।
- शासन द्वारा बाल श्रम पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश दिया गया है।
- उत्तर प्रदेश में श्रम मामलों की संख्या सबसे ज्यादा है।
- रायबरेली में विभिन्न संस्थानों के द्वारा कम उम्र के बच्चों से मजदूरी कराई जाती है।
- आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण इन बच्चों से बचपन से ही मजदूरी करायी जाती है
- इसकी जानकारी होने पर श्रम विभाग ने जिले के कई प्रतिष्ठानों पर औचक छापेमारी की।
- इस दौरान बाल मजदूरी कर रहे बच्चों को विभागीय अधिकारियों ने मुक्त कराया।
- सहायक श्रम आयुक्त बीएन भारतीय ने कहा कि बाल श्रम करा रहे सभी संस्थानों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।