लखनऊ : रेलवे में नौकरी दिलाने और टीसी बनाने के नाम पर एक बार फिर ठगी का मामला सामने आया है। इस बार उन्नाव और प्रतापगढ़ के युवकों को इसका शिकार बनाया गया है।उनका आरोप है की उनसे नौकरी दिलाने के नाम पर 80 लाख रुपयों की ठगी की गयी। कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। युवकों ने पुलिस को बताया की उन्हें हावड़ा में लगातार तीन महीने तक ट्रैंनिंग भी कराई गयी थी। ऐसे में उन्हें ठगी का एहसास नहीं था।
पारा थाने में दर्ज की गयी है चार FIR
- रेलवे के नाम पर अक्सर ही आपने ठगी की बातें सुनी होंगी।
- उसी कड़ी में अब एक और मामला सामने आया है।
- जहाँ एक बार फिर युवकों को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया है।
- उनसे नौकरी के नाम पर एक या दो लाख नहीं बल्कि 80 लाख रुपयों की ठगी की गयी है।
- हद तो तब हो गयी जबकि दगाबाजों ने इन युवकों को हावड़ा में तीन महीने की ट्रैंनिंग तक करा दी।
- ट्रैंनिंग के बाद युवकों को भरोसा हो गया की अब तो उन्हें रेलवे में सरकारी नौकरी मिल ही जाएगी।
- उनको जरा सा भी अंदाज़ा नहीं था की उन्हें ठगा जा रहा है।
- उनसे कभी टीसी के नाम पर तो कभी लेटर के नाम पैर ठगा गया।
- उन्नाव और प्रतापगढ़ से आये ये युवक जब ट्रैंनिंग के बाद फर्जी जोइनिंग लेटर लेकर नौकरी पर गए तो उन्हें असलियत का पता चला।
- ठगी का ये मामला कई दिनों तक लखनऊ और हावड़ा के बीच उलझा रहा।
- कोर्ट के आदेश के बाद मामले में चार FIR दर्ज की गयी है।
- वही पारा थाने में भी इस मामले में चार FIR दर्ज की गयी हैं ।
- जानकारी के मुताबिक NRHM के चपरासी सहित सात लोगों पैर नामजद FIR दर्ज की गयी है।