आगामी लोक सभा चुनावो के पहले शिवपाल यादव ने अपनी नयी पार्टी के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालाँकि उन्होने मुलायम सिंह यादव के लिए मैनपुरी सीट पर किसी प्रत्याशी को न उतारने की बात कही है। इसके बाद अब भाजपा के साथ ही सपा को घेरने के लिए शिवपाल यादव ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी क्रम में आजमगढ़ से प्रसपा प्रत्याशी के रूप में एक बड़े नेता का नाम सामने आ रहा है।
राम दर्शन यादव को मिल सकता है मौका :
सपा नेता और मुलायम सिंह के करीबी राम दर्शन यादव 2012 में आजमगढ़ की मुबारकपुर सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे। इसके बाद वे 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सपा में शामिल हो गये थे। इसके बाद 2017 में रामदर्शन को मुलायम सिंह ने विवाद के दौरान मुबारकपुर से प्रत्याशी बनाया लेकिन अखिलेश यादव ने उनका टिकट काट दिया।
इसके बाद अखिलेश यादव के पार्टी की कमान संभालने के बाद वे पार्टी में हाशिये पर चले गए। ऐसे में कोई विकल्प न बचने के कारण वे शिवपाल के साथ चले गए। अब वे प्रसपा के टिकट पर आजमगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं।
भाजपा से है पुराना रिश्ता :
एक समय में सपा के कद्दावर नेताओं में राम दर्शन की गिनती होती थी। कई वर्षो तक वे पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे। मुबारकपुर से विधायक भी चुने गए थे। मुलायम सिंह यादव के करीबी नेताओं में वे गिने जाते थे। सपा में रहते हुए वे हमेशा रमाकांत यादव के गुट में रहे। 2008 में जब रमाकांत यादव भाजपा में शामिल हुए तो राम दर्शन यादव भी उनके साथ 2011 में सपा का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।