समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल ने पार्टी और परिवार में मचे महासंग्राम पर खुलासा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा शिवपाल से विभाग छीना जाना महज एक क्रिया की प्रतिक्रिया थी, रामगोपाल ने कहा कि नेताजी ने सख्त लहजे में कहा था कि अखिलेश को हटाकर शिवपाल को पार्टी की कमान दे दो।
नेताजी ने बहुत गुस्से में की सीएम से बातः
- रामगोपाल ने कहा कि मुलायम ने सख्त लहजे में आदेश किया था।
- मुलायम ने जब आदेश दिया था उस वक्त तर्क की गुंजाइश नही थी।
- अखिलेश को अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला मुलायम ने बाहरी लोगों की बात में आकर जल्दबाजी में किया।
- नेताजी ने मुझे फोन करके अखिलेश को हटाने के लिए कहा था।
- नेताजी ने बहुत गुस्से मे सीएम से बात की, जिसके बाद सीएम ने भी नेताजी के आदेश का पालन करने को कहा था।
- उन्होंने कहा कि नेताजी से बात करने के लिए अखिलेश हमेशा तैयार रहते हैं।
- अब पार्टी में कोई नाराजगी नहीं है। थोड़ी सी गलतफहमी जरूर हो गई है।
- सीएम आज मुलाकात के दौरान पूरी तरह से सहज थे। अगले 24 घंटे में विवाद सुलझ जाएगा।
- उनसे सभी बिन्दुओं पर चर्चा हुई, पार्टी और संगठन में कोई क्राइसिस नहीं है।
- 3 अक्टूबर से शुरू होने वाली उनकी रथयात्रा के संबंध में चर्चा हुई।
- चुनाव की तैयारियों को लेकर भी मैने अखिलेश से चर्चा की।
शिवपाल के बाद अब अमर सिंह ने दी इस्तीफे की धमकी
अमर ही हैं इस महासंग्राम के शकुनीः
- सपा महासचिव ने सीधे तौर पर इस ओर इशारा किया कि अमर सिंह ही मुलायम कुनबे में मचे इस घमासान के लिए जिम्मेदार हैं।
- उन्होंने कहा कि कुछ लोग नेताजी की सरलता का नाजायज फायदा उठा रहें हैं।
- इस लड़ाई से पार्टी को नुकसान हो रहा है, नेताजी परिवार के लोगों की बात देर से मानते हैं।
- उन्होने कहा कि अमर सिंह का इंतजाम पार्टी कार्यकर्ता ही कर देंगे, लोगों का मानना है कि अमर सिंह गलत कर रहें हैं।
- अमर सिंह समाजवादी पार्टी का अपमान करते हैं, उन्होने अखिलेश का बर्बाद करने की धमकी दी थी।
- अमर सिंह की धारणा है कि पार्टी भाड़ में जाए मेरा काम होना चाहिए।
- कार्यकर्ता चाहते हैं कि अमर सिंह को पार्टी से निकाला जाए।
- अमर सिंह की साजिश की नाकाम हो गई,नेताजी और अखिलेश के पास उनसे निपटने का फार्मूला है।
मथुरा हिंसा केन्द्र की नाकामी का नतीजा, आईबी ने नहीं दी कोई सूचना- अमर सिंह!