बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से हुई जिसके दौरान विपक्ष ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और तख्ती के साथ कागज के गोले भी राज्यपाल की तरफ उछाले थे. वहीँ आज पांचवे दिन सीएम योगी सदन में पहुंचे हैं और राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अपनी बात कही. वहीँ विधानसभा में सीएम योगी पहुंचे थे. सदन की कार्रवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी की तबीयत अचानक बिगड़ जाने के कारण कार्यवाही को स्थगित कर उन्हें अस्पताल ले जाया गया था.
रामगोविंद चौधरी की हालत में सुधार
राम गोविन्द चौधरी की तबीयत में अब सुधार है और उन्होंने शुभचिंतकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब वो स्वस्थ हैं. उन्होंने बताया कि अचानक सदन में बोलते वक्त पसीना आने लगा था और थोड़ी परेशानी होने लगी थी जिसके बाद आसपास के सदस्यों ने तुरंत वहां से अस्पताल में लाकर भर्ती कराया.
राम गोविन्द चौधरी की तबीयत बिगड़ी
सदन की कार्यवाही के दौरान राम गोविंद चौधरी की तबीयत बिगड़ गई. सदन की कार्यवाही के दौरान राम गोविंद चौधरी की तबीयत बिगड़ने के कारण 15मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई. राम गोविंद चौधरी के लिए स्ट्रेचर मंगाया गया. मुख्यमंत्री रामगोविंद चौधरी को लेकर मेडिकल रूम में गए. इसके बाद रामगोविंद चौधरी को सिविल अस्पताल भेजा गया. सिविल अस्पताल के सेकंड फ्लोर पर कार्डिक विभाग में उनका इलाज चल रहा है. यहाँ स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी पहुंचे थे.
सीएम योगी योगी ने विधानपरिषद में दिया विपक्ष को जवाब
सदन में सीएम योगी ने विपक्ष द्वारा एनकाउंटर को फर्जी कहने पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की 22 करोड़ जनता को सुरक्षा देना सरकार का दायित्व है. 1200 एनकाउंटर हुए हैं और अपराधियों के खिलाफ ये अभियान रुकेगा नही. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपराधियों के लिए सहानुभूति प्रकट कर रहे हैं. ये लोकतंत्र के लिए खतरा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास मुद्दा नही है, इसलिए गैरजरुरी बातें विपक्ष के लोग कर रहे हैं.
विधानपरिषद के कार्यक्षेत्र पर उठाया सवाल:
सीबीआई जाँच की मांग को लेकर सरकार की तरफ से सिफारिश करने के मुद्दे पर सीएम योगी ने कहा कि ये विधानपरिषद के कार्यक्षेत्र के बाहर का मामला है. नोएडा एनकाउंटर पर उन्होंने कहा कि पुलिस ने खुद उस घटना को एनकाउंटर नही माना है तो विपक्ष क्यों सवाल उठा रहा है. उन्होंने कहा कि पीठ से कोई ऐसा आदेश नही होना चाहिए कि किसी को सवाल उठाने का मौका मिले. एनकाउंटर के सीबीआई जांच पर विधान परिषद के फैसले पर भाजपा एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने नोटिस दिया था. विधान परिषद के सभापति ने अपना फैसला सुरक्षित किया.