उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में स्थित धामपुर गाँव साल 1965 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के हीरो रहे परम वीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का पैतृक गाँव है। साल 1965 में आज ही के दिन 10 सितम्बर को वीर अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान को अमेरिका से खैरात में मिले 10 अभेद्य पैटन टैंकों को अकेले दम पर नेस्तोनाबूत कर दिया था और वीरगति को प्राप्त हुए थे। रविवार 10 सितम्बर 2017 को अब्दुल हमीद के गाँव में 52वां शहादत दिवस मनाया जा रहा है। जिसके तहत सूबे के राज्यपाल राम नाईक भी वीर अब्दुल हमीद के 52वें शहादत दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए। जहाँ उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित(ram naik addressed) भी किया।
राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के मुख्य अंश(ram naik addressed):
शहीद वीर अब्दुल हमीद की जन्मभूमि पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ(ram naik addressed):
- राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि, मैं आज खुद को भाग्यवान समझता हूँ कि,
- “शहीद वीर अब्दुल हमीद की जन्मभूमि पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ”, मैं उनको प्रणाम करता हूँ।
- यहां के वीरों ने देश के लिए शहादत दी है, मैं उनको प्रणाम करता हूँ।
- पाकिस्तान ने धोखा दिया है तो सेना ने उसी तरह से उत्तर दिया।
यूपी में अब तक कुल तीन लोगों को ही मिला परम वीर चक्र(ram naik addressed):
- 1965 में जो लड़ाई हुई थी उस समय पैटन टैक तोड़ने वाले कभी कभी वीर पैदा होते है ऐसे वीर को प्रणाम करता हूँ।
- उत्तर प्रदेश के केवल तीन लोगों को अब तक परमवीर चक्र मिला है।
- जमील बड़ा होशियार है, मुझे बुलाया और कहा हमारी इच्छा है डिमांड नही है।
- इनकी ओर से उन्होंने जो 4 इच्छा व्यक्त की हैं उसके लिए मैं प्रयास करूंगा।
वीर अब्दुल हमीद की पत्नी ने सौंपा इच्छा-पत्र(ram naik addressed):
- वीर अब्दुल हमीद का 52वां शहादत दिवस रविवार को गाजीपुर में मनाया जा रहा है।
- जिसके तहत राज्यपाल राम नाईक भी कार्यक्रम में पहुंचे थे।
- इस दौरान वीर अब्दुल हमीद की पत्नी ने राज्यपाल राम नाईक को अपनी 4 इच्छाओं का पत्र भी सौंपा।
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