प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदर्श ग्राम योजना के नाम पर गाँवों के विकास की परिकल्पना की थी. लेकिन गाँव के विकास की इस परिकल्पना का परिणाम आगरा में कुछ उल्टा ही नज़र आया.
- दरअसल आगरा के सांसद और अनुसचित आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राम शंकर कठेरिया ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत आगरा के एक गाँव ‘शिवालय टेहू’ को गोद लिया था.
- लेकिन उपेक्षाओं के चलते ये पूरा गाँव गन्दगी और मलेरिया के वजह से बीमार पड़ा हुआ है.
- ऐसे में इलाज के अभाव में यहाँ के चारपाइयों पर तड़प रहे है लेकिन इनकी सुध लेने वाले न सांसद हैं और न ही डॉक्टर.
- यही नही स्वास्थ्य विभाग भी सिर्फ खानापूर्ति में जुटा हुआ है.
ये भी पढ़ें :CM योगी करेंगे देश के पहले बायोटॉयलेट कॉम्प्लेक्स का शुभारम्भ
महीनों से खुला नहीं गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य-
- सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत आगरा के सांसद रामशंकर कठेरिया का गोद लिया गांव शिवालय टेहू पूरी तरह बीमार है.
- ज्यादातर घरों में कोई ना कोई व्यक्ति मलेरिया या वायरल बुखार से पीड़ित है.
- हालत इस कदर बदतर हो चले हैं कि लगभग घरों में बीमारों के चारपाइयाँ बिछी हुई हैं.
- जिसपर बुज़ुर्गों से लेकर युवा और छोटे छोटे मासूम बच्चे बीमार पड़े हुए है.
ये भी पढ़ें :BRD: कोर्ट में पेश किये गए डॉ. राजीव मिश्रा और डॉ. पूर्णिमा शुक्ला
- लेकिन सांसद या उनके किसी प्रतिनिधि के पास इतना वक्त नहीं के वो गाँव जाकर ग्रामीणों का दर्द जान सकें.
- ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी आंख पर पट्टी बांधे बैठा है.
- शिवालय टेहू गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सांसद ने गांव गोद भले ले लिया हो,
- लेकिन इस गांव के लिए उनके मन में कोई संवेदना नहीं है.
- ऐसे में विकास से कोसों दूर इस गांव में स्वास्थ्य सेवाएं भी बुरी तरह चरमराई हुई हैं.
- आलम ये है गाँव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी महीनों से नही खुला है.
ये है गाँव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत-
- शिवालय टेहू गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेहद खराब स्थिति में है.
- गाँव का ये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जहाँ महीनों से नही खुला है.
- वहीँ इस स्वास्थ्य केंद्र में अब कमर बराबर घास निकल आई है.
- यही नहीं देखने में यह स्वास्थ्य केंद्र कम और कूड़ाघर ज्यादा लगता है.
- ऐसे में लगभग हर घर में मरीजों को देखते हुए पूरा गांव ही अब अस्पताल नज़र आ रहा है.
- इस दौरान जब हमारी टीम भी शिवालय टेहू गाँव पहुंची.
ये भी पढ़ें :नोएडा अथॉरिटी घोटाला: SC ने जारी किया CBI को नोटिस
- जिसके साथ ही आनन फानन में मलेरिया रोकथाम विभाग के कुछ सदस्य भी गांव पहुंचे.
- इस दौरान हमने मलेरिया रोकथाम विंग के सदस्य धर्मेंद्र शर्मा से भी बात की.
- बातचीत के दौरान उन्होंने ग्रामीणों को इलाज देने की बात बताई.
- बता दें कि जो गाँव में जो ग्रामीण बीमार नहीं हैं वो भी अपने मरीजों के देखभाल की वजह से काम पर नहीं जा पा रहे हैं.
- ऐसे में घर में बीमार लोगों की वजह से सभी लोग परेशान हैं.
- लेकिन इसके बावजूद ना सांसद को अपने गोद लिए गांव की सुध है और ना ही प्रशासन को.
ये भी पढ़ें :राजभवन से रवाना की गई बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें