उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार माघ मेले को लेकर गंभीर है और मेले के व्यवस्था कायम रखने के लिए उचित दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए थे. वहीँ कुछ दिनों पहले माघ मेले को लेकर राम विलास दास वेदांती ने नाराजगी जाहिर की थी. वहीँ अब उन्होंने कहा है कि इस सरकार में सबसे उत्तम व्यवस्था की गई है. पूर्व भाजपा सांसद राम विलास दास वेदांती ने कहा है कि योगी सरकार में माघ मेले में उचित इंतजाम किये गए हैं जबकि पिछली सरकारों में ये नहीं होता था.
योगी राज में माघ मेले की सबसे उत्तम व्यवस्था:
बसपा और सपा सरकारों ने मेरी संस्था को जमीन कभी नहीं दी थी. उन्होंने कहा कि वशिष्ठ भवन धर्मार्थ सेवा ट्रस्ट के नाम पर मेला प्रशासन ने जमीन दी है. साल 1970 से माघ मेले में आ रहा हूं. मेले की व्यवस्था को देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई. योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद अवैध बूचड़खाने बन्द हुए. योगी सरकार ने प्रदेश के 16 नगर निगमों में गौशाला खोलने का दिया आदेश जबकि अयोध्या में भगवान राम की 108 फुट ऊंची भव्य प्रतिमा भी लगने जा ही है.
राम मंदिर मुद्दे पर बोले वेदांती
अयोध्या विवाद पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. छह दिसम्बर 2018 के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरु होगा. अयोध्या की सबसे ज्यादा उपेक्षा सपा और बसपा सरकारों ने की है. योगी की प्रदेश में सरकार बनते ही अघोषित राम राज्य की घोषणा हो गयी. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार पिछली सरकारों से बेहतर कार्य कर रही है. बसपा और सपा ने अयोध्या पर ध्यान नही दिया और ना ही उन्होंने माघ मेले में अधिक रूचि दिखाई थी. लेकिन इस सरकार के आने के बाद ही प्रदेश में रामराज्य जैसा माहौल बन गया है. वेदांती ने मेले की तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की.