उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है, जिसके बाद रामगोपाल यादव मीडिया से मिले और इस फैसले समेत सपा को ही असंवैधानिक करार दे दिया।
बिना पक्ष सुने निकालना असंवैधानिक:
- समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
- जिसके बाद सपा नेता रामगोपाल ने मीडिया से बात की।
- मीडिया से बातचीत के दौरान रामगोपाल ने समाजवादी पार्टी की गतिविधियों को ही असंवैधानिक बता दिया।
- रामगोपाल ने कहा कि, बिना दूसरे का पक्ष सुने ही पार्टी से निष्कासित करना असंवैधानिक करार दे दिया।
- साथ ही उन्होंने कहा कि, थोड़े समय पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
नेताजी को पार्टी के संविधान की जानकारी नहीं:
- रामगोपाल यादव ने आगे कहा कि, नेताजी को संविधान की जानकारी नहीं है।
- उन्होंने आगे कहा कि, बिना पक्ष सुने निष्काषित कर देना दुर्भाग्यपूर्ण है।
- पूर्व सपा नेता ने आगे कहा कि, सपा प्रमुख खुद को सुप्रीम कोर्ट से ऊपर समझते हैं।
- उन्होंने आगे कहा कि, पार्टी के अध्यक्ष ही अगर असंवैधानिक काम करें तो सम्मेलन कौन बुलाएगा?
- रामगोपाल ने सपा प्रमुख के उस बयान पर भी हमला किया जिसमें उन्होंने कहा था कि, रामगोपाल का पार्टी में योगदान नहीं है।
- उन्होंने कहा कि, जब गैरों के बीच वोट मांगने जाना होता था तो मेरी ही जरुरत पड़ती थी।
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