देश भर में इस समय निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इस फिल्म को इतिहास से छेड़छाड़ बता रहे हैं तो कुछ लोग इसे अद्भुत फिल्म का दर्जा दे रहे हैं। इस फिल्म को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है जिसमें अब समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव कूद गये हैं और उन्होंने बड़ा बयान दे दिया है।
हिंदू संगठन कर रहे फिल्म का विरोध :
राजस्थान सहित कई राज्यों में निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को लेकर हिन्दू संगठनों का विरोध देखने को मिल रहा है। कट्टर हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि इस फिल्म को इतिहास में छेड़छाड़ करके बनाया गया है। राजपूत करणी सेना का मानना है कि इस विवादित फिल्म में रानी पद्मिनी और खिलजी के बीच कुछ ऐसे सीन हैं जिनसे उनकी भावनाओं को आघात पहुंचा है। उनका कहना है कि फिल्म में रानी को घूमर करते हुए दिखाया गया है जबकि राजपूत घरानों में रानियाँ घूमर नहीं किया करती थी। हालाँकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में 25 जनवरी को फिल्म की रिलीज का आदेश दे दिया है।
फिल्म पर बोले रामगोपाल :
निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को लेकर राजनीति गर्म होना शुरू हो गयी है। देश भर में कई राजनैतिक दल इस फिल्म के विरोध में प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। सत्ताधारी दल भाजपा ने भी इस फिल्म के विरोध में अपना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। बीते दिन रामगोपाल यादव फिरोजाबाद में एक निजी कार्यक्रम के लिए पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए इस फिल्म पर अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी वालों ने इस फिल्म को देखा नहीं तो वे लोग इस फिल्म का विरोध क्यों कर रहे हैं। रामगोपाल यादव ने कहा कि इस फिल्म में कुछ भी गलत नहीं दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि देश से लेकर प्रदेश तक में विकास ठप हो चुका है।