समाजवादी पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही यूपी की 80 सीटों पर सपा ने प्रत्याशी की खोज शुरू कर दी है। कन्नौज से अखिलेश खुद चुनाव लड़ने जा रहे हैं साथ ही मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। अब अखिलेश यादव ने अपने करीबी और सपा के बड़े नेता को लोकसभा चुनाव के समर में उतारने की तैयारी कर ली जिसके बाद अब नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
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रामगोपाल लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव :
सियासी गलियारों में इस समय में संभल लोकसभा से समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के चुनाव लड़ने की खबरें चल रही हैं। सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव से उनके करीबी राज्यसभा सदस्य जावेद अली खां और संभल विधायक नवाब इकबाल महमूद ने इस बारे में से बात की है। सपा नेताओं ने बताया कि शुरुआती बातचीत में प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। इस खबर के सामने आने के बाद से टिकट के दावेदार बन रहे नेताओं में खलबली मच गई है।
2004 में रह चुके हैं सांसद :
1998 और 1999 के लोकसभा चुनाव में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को रामगोपाल यादव ने संभल से चुनाव जीताने में बड़ी मेहनत की। इसके बाद साल 2003 में मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2004 में रामगोपाल यादव पहली बार संभल से सांसद चुने गए। इसके बाद लोकसभा सांसद रहते हुए रामगोपाल यादव नवंबर 2008 में राज्यसभा के लिए चुने गए। राज्यसभा सांसद रहते हुए रामगोपाल ने जिले में विकास कार्य को रफ्तार दी और संभल में उनके लोकसभा और राज्यसभा सांसद रहते हुए काफी काम हुआ। सपा सरकार होने पर संभल में चौड़ी सड़कें बनीं और हयातनगर में डिग्री कालेज और जिला अस्पताल की स्थापना की गयी। संभल में रामगोपाल के काम को देखते हुए स्थानीय सपा नेता उनसे चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं।