लखनऊ के श्रीराम लीला समिति ऐशबाग की रामलीला हमेशा से लखनऊ की गंगा जमुनी तहजीब का सरमाया रही है । हिन्दू–मुस्लिम सभी धर्मों के लोग मिल कर इस रामलीला को सजाते, सवारते और कामियाब बनांते आये हैं । मगर इस वर्ष रामलीला में न केवल भारत बल्कि थाईलैंड की टीम भी इस कार्यक्रम में चार चाँद लगाने के लिए आ रही है ।
इस वर्ष रामलीला के मुख्याकर्षण
- इस वर्ष श्रीराम लीला समिति ऐशबाग की राम लीला में कोलकाता की टीम के साथ थाईलैंड की टीम भी सम्मिलित होगी ।
- जिन्हें भरत मिलाप शोभा यात्रा में देखा जा सकेगा ।
- इस रामलीला में प्राचीन संस्कृति के अभिनय के साथ-साथ गायन ,लोकनृत्य ,नृत्य नाटिका, लघु नाटिका
- इत्यादि कलाओं का अदभुत एवं अनोका संगम देखने को मिलेगा ।
- रामलीला में इस वर्ष साउंड इफेक्ट्स के साथ-साथ लेज़र विधि कभी प्रयोग किया जा रहा है ।
- साउंड इफ़ेक्ट के कारण आकाशवाणी आकाशीय प्रतीत होगी ।
- लेज़र विधि के माध्यम से प्रभु श्रीराम को विराट रूप लेते हुए भी देखा जा सकेगा ।
- यही नहीं श्री राम द्वारा चलाये गाये बाण सजीव प्रतीत होंगे ।
- विजयदशमी के लिए रावण का 121 फिट का पुतला तैयार किया जा रहा है ।
- पुतला दहन के दिन मुख्या अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक आमंत्रित किया गया है ।
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