2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विदेश के अपने दौरे से लौट आये हैं और पार्टी संगठन को मजबूत करने में लग गए हैं। अखिलेश यादव लगातार पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के निष्क्रिय नेताओं पर कार्यवाई कर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं। इसी क्रम में विदेश से लौटकर सपा के बड़े नेता को अखिलेश यादव ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
अखिलेश कर रहे 2019 की तैयारी :
विदेश यात्रा से लौटकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव गुरुवार को आजमगढ़ आ रहे हैं जहाँ पर वे एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। मुलायम सिंह के मैनपुरी से लोकसभा चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से बीजेपी ने यहाँ अपनी जड़ें मजबूत करना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि सपा की जीती हुई सीट को बचाने के लिए अखिलेश यादव खुद मैदान में आ गए हैं।
रामपुर में हुआ निष्कासन :
विदेश दौरे से लौटते ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक्शन मोड में आ गए हैं। उत्तर प्रदेश के रामपुर में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने डायमंड कालोनी निवासी हसनात अली खां को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि उनका पार्टी से अब कोई संबंध नहीं है। ये कभी पार्टी कार्यालय नहीं आए हैं। सपा विरोधी विचारधारा के रहे हैं, यदि इन्होंने सपा की सदस्यता हासिल कर ली है तो भी इनको छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है।