प्रदेश सरकार सत्ता परिवर्तन के बाद से लगातार महिलाओं की सुरक्षा की बात करती है। लेकिन सिस्टम में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों पर जरा सा भी असर नहीं हो रहा है। ताजा मामला कानपुर के सजेती थाना का है। जहां रेप पीड़िता व उसका परिवार लगातार सजेती थाने में इलाके के दंबग आऱोपी के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए जाता है। लेकिन एसओ महिला व पीडित परिवार पर लगातार समझौता करने का दबाव डाल रहे है।
एसओ रेप पीड़िता पर समझौत करने के लिए बना रहे हैं दबाव
घटना प्रदेश के कानपुर जिले सजेती थाना क्षेत्र के रवाईपुर गांव का है। जहां रहने वाले एक मजदूर की पत्नी ने गांव के ही विकास नाम के युवक पर उसके साथ रेप का आरोप लगाया है। आरोपी विकास आईटीआई कर रहा है। आरोपी विकास चार भाई है। जो इलाके के दंबग किस्म के है।
पीड़िता ने बताया कि बीते शुक्रवार तकरीबन सुबह साढ़े 9 बजे खेत में काम करने गई थी इस दौरान पहले से घात लगाये बैठा विकास ने जबरन गन्ने के खेत में ले गया, और रेप घटना को अंजाम दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दंबग विकास ने मारने की धमकी देते हुए घटना स्थल से फरार हो गया।
इसके बाद पीड़िता घर पहुंची और घटना की जानकारी अपने पति और घर वालों को दी और उसी दिन पीड़िता अपने पति के साथ सजेती थाने पहुंची तो पुलिस ने पूरे दिन थाने में बैठाकर कर रखा। पीड़िता के पति ने बताया कि सजेती थानाध्यक्ष लोकेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि अब तुम लोग घर जाओ और शनिवार सुबह आना l पूरी रात सोच लो क्या करना है, क्या तुम लोग किसी को फर्जी फंसा रहे हो l
उन्होंने बताया कि जब शनिवार सुबह थाने पहुंचे तो वह हम लोगों पर समझौता करने का दबाव बनाने लगे l जबकि हमारी पत्नी ने उन्हें रेप होने के सबूत के तौर पर वो कपडे भी दिखाए जिसमे धब्बे पड़े हुए थेl इसके बावजूद भी उन्होंने मेडिकल नही कराया।, ना ही मुकदमा दर्ज किया l इस दौरान लगातार एसओ पीड़ित पर समझौता करने का दबाव डाल रहे है। वहीँ डरे सहमे दंपति अपनी इज्जत तो गंवा ही चुके है ,अब ऐसे थाना अध्यक्ष की कार गुजारी के चलते इधर उधर भटकने को मजबूर है।