मुलायम के करीबी मंत्री गायत्री प्रजापति पर रेप के आरोप के मामले में सीजेएम कोर्ट में पीड़िता का कलमबद बयान दर्ज कराया गया।
- इस दौरान मामले की जांच कर रही सीओ आलमबाग अमिता सिंह भी मौजद रहीं।
- पीड़िता का बयान दर्ज होने के बाद अब आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है।
- बयान दर्ज होने के बाद प्रजापति की मुश्किलें बढ़ गईं हैं।
- शनिवार को गायत्री पर रेप के आरोप के मामले में सीजेएम कोर्ट में पीड़िता का बयान दर्ज कराया गया।
सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बाद बढ़ीं प्रजापति की मुश्किलें
- सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बाद गायत्री के खिलाफ लखनऊ में पॉक्सो एक्ट और रेप के साथ ही वीडियो बनाने के तहत मामला दर्ज हो गया था।
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान कई दलों ने गायत्री प्रजापति के रेप मामले को मुद्दा बनाया था।
- गौतमपल्ली थाने में गायत्र प्रजापति समेत 7 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था।
- मामला था कि गायत्री प्रजापति के खिलाफ एक महिला ने आरोप लगाया था कि वह और उनके साथियों ने 2014 से 2016 तक 2 साल नाबलिग बेटी से रेप किया है।
- महिला ने इससे पहले भी आरोप लगाते हुए शिकायत की थी, लेकिन सूबे की पुलिस ने कोई कार्यवाई की।
- इस मामले को संज्ञान देते लिए सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल मंत्री के खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज करने का निर्देश दिया था।
- सूत्रों के मुताबिक, महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि गायत्री के एक करीबी ने उसकी मुलाकात करीब 3 साल पहले गायत्री से कराई थी।
- महिला का आरोप है कि मंत्री ने उसकी चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोशी की हालत में उसके साथ रेप किया था।
- इतना ही नहीं उसने मामले को उजागर तब किया जब प्रजापति की नियत उसकी नाबालिग बेटी की तरफ डोल गई।
- फिलहाल इस मामले में गायत्री की मुश्किलें बढ़ गईं हैं और चुनाव के बाद उनकी और इस केस में आरोपितों की गिरफ्तारी हो सकती है।