उत्तर प्रदेश एक बस्ती जिले में सत्संग के बहाने लड़कियों की यौन शोषण करने वाले तथाकथित बाबा सच्चिदानंद को बस्ती पुलिस पकड़ पाने में पुरी तरह से नाकाम साबित हुई है, जिससे नाराज बाबा की शिकार बनी तीन रेप पीड़िताओं ने डीएम आफिस पर न्याय के लिये धरना शुरु कर दिया है.
इतना ही नहीं कोतवाल एमपी चतुर्वेदी ने दुष्कर्म पीडिताओं को धरना खत्म करने की धमकी तक दी है और कहा है कि अगर धरने से नहीं उठी तो केस ही समाप्त कर दूंगा.
डीएम कार्यालय पर धरने पर बैठी दुष्कर्म पीड़िता
रेप पीडित ने आरोप लगाते हुये कहा है कि कोतवाल की बाबा सच्चिदानंद के लगातार बात हो रही मगर रिस्वत लेकर वे उसे गिरफ्तार करने के बजाये संरक्षण दे रहे हैं.
बस्ती के संत कुटीर आश्रम डमरुआ महंत सहित उसके सहयोगियों पर यौन शोषण का मामला दर्ज होने के बाद से अब तक पुलिस मुख्य आरोपित तक नहीं पहुंच पाई है।
गिरफ्तारी न होने से क्षुब्ध पीड़िताओं ने डीएम कार्यालय पर धरना देकर आरोपितों के गिरफ्तारी की मांग की।
कोतवाल पर लगाये मिलीभगत और धमकाने के आरोप
जिससे नाराज कोतवाल ने रेप पीड़िताओं को धरना खत्म करने को कहा, उनके न मानने पर केस ही ख़त्म कर देने की धमकी भी दी.
बहरहाल डीआईजी ने इस मामले को लेकर गंभीरता दिखाई है और कहा कि टीमें बलात्कारी बाबा को जल्द पकडेंगी.
डीआईजी ने ये भी आश्वासन दिया कि कोतवाल ने अगर रेप पीडिता को धमकी दी है तो उसकी जांच कराई जायेगी
क्या है मामला:
संत कुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती में रहने वाली दो युवतियों ने 19 दिसंबर को आश्रम के महंत सच्चिदानंद उर्फ दयानंद और उनके सहयोगियों ,परमचेतानंद पुत्र अज्ञात, विश्वासानंद पुत्र अज्ञात, ज्ञान वैराज्ञानंद पुत्र अज्ञात, परमिला बाई पुत्री अज्ञात, कमला बाई पुत्री अज्ञात पर यौन शोषण का मुकदमा दर्ज कराया।
मामले में पुलिस 26 दिसंबर को एक और पीड़िता की तहरीर के आधार पर सच्चिदानंद के विरुद्ध यौन शोषण का मुकदमा दर्ज किया था।
3 रेप पीड़िताओं ने सच्चिदानन्द बाबा पर दर्ज करवाया मुकदमा
इसमें प्रमिला बाई, कमला बाई, उर्मिला बाई और ध्यान बाई निवासी संतकुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती पर यौनशोषण के मामले में महंत का सहयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्हे भी नामजद किया गया था।
इसके बाद भी पुलिस सच्चिदानंद को नहीं पकड़ पाई। ऐसे में पीड़िताओं ने कुछ दिन पूर्व कलेक्ट्रेट परिसर में धरना देकर गिरफ्तारी की मांग की।
अधिकारियों ने दिया गिरफ्तारी का आश्वासन
धरना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने सच्चिदानंद की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर एक बार फिर पीड़िताओं ने कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू कर दिया है।
उनका कहना है कि वह तब तक धरना देती रहेंगी जब तक कि मुख्य आरोपित सच्चिदानंद उर्फ दयानंद की गिरफ्तारी नहीं हो जाती।
डीआईजी आशुतोष ने बताया कि नामजद अभियुक्तों में से कुछ की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो शेष हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।