राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने (Gorakhpur tragedy) प्रेसवार्ता में पत्रकार बन्धुओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर केवल मदरसों की वीडियोग्राफी कराना ही सबका साथ और सबका विकास है। वास्तविकता यह है कि देश के मुस्लिम वर्ग को शक की दृष्टि से देखकर ही निर्णय होते हैं जो कि निंदनीय है।
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70 लोग अकाल मृत्यु का शिकार बने
- गोरखपुर मेंडिकल कालेज में आक्सीजन के अभाव में एक ही दिन में लगभग 70 लोग अकाल मृत्यु का शिकार बना दिये गये।
- जिसमें लगभग 40 मासूम बच्चे हैं और अनेको माताओं की गोद सूनी कर दी गयी है।
- अतः गोरखपुर की यह घटना नहीं इसे जघन्य हत्याकाण्ड का नाम दिया जाना चाहिए।
- सरकार की असफलता का इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता।
- राष्ट्रीय लोकदल मांग करता है कि गोरखपुर के इस जघन्य हत्याकाण्ड की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायमूर्ति के द्वारा करायी जाय।
- दिनांक 18 अगस्त को लखनऊ में गांधी प्रतिमा के समक्ष राष्ट्रीय लोकदल द्वारा धरना प्रदर्शन किया जायेगा तथा 23 अगस्त को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में शान्ति मार्च निकाला जायेगा।
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महिलाओं की सुरक्षा में सरकार असफल
- उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था एवं महिलाओं की सुरक्षा के क्षेत्र में पूर्णतया असफल है।
- अनुभवहीन एवं दिशाहीन (Gorakhpur tragedy) मुख्यमंत्री की कार्यशैली का जीता जागता उदाहरण है।
- आज प्रदेश का किसान, मजदूर, गरीब एवं आम जन त्राहि त्राहि कर रहा है।
- युवा वर्ग रोजगार की तलाश कर रहा है।
- सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के पश्चात यकायक 1,42,000 शिक्षक बेरोजगार हो गये है।
- उन विद्यालयों में पढ़ने के लिए देश के नौनिहाल शिक्षा के क्षेत्र में लगभग अनाथ हो गये हैं परन्तु सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेग रही है।
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भाषणों से तैयार हो रहा समाज में भय
- प्रदेश में सरकार के नुमाइन्दों द्वारा अपने भाषणों से समाज में भय का वातावरण तैयार हो रहा है।
- साम्प्रदायिकता की भावना का उन्माद दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
- जिससे देश के लोकतंत्र के लिए अच्छा संदेश नहीं कहा जा सकता।
- रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर और प्रदेश का भला न कर पाने के लक्षणों को देखते हुये त्याग दे देना चाहिए।
- प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्वार्थनाथ सिंह चूंकि स्व0 लाल बहादुर शास्त्री के परिवार से सम्बन्ध रखते हैं और स्वास्थ्य विभाग में इतना बड़ा काण्ड हो जाता है।
- ऐसी दशा में स्वयं स्व0 लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों पर चलते हुये त्याग पत्र दे देना चाहिए।
- प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से (Gorakhpur tragedy) वरिष्ठ नेता हाजी वसीम हैदर, प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, बी0एल0 प्रेमी, रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, महबूब आलम भी मौजूद थे।
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