उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट की कोशिश की बावजूद भी चुनाव में धर्मिक मुद्दों की राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव प्रचार के लिए बार-बार किसी न किसी तरीके से धर्मिक मुद्दों को उछाला जा रहा है। हर बार प्रदेश में हुए दंगों को धर्म और राजनीति से जोड़ने की कोशिश हो रही है। रालोद ने इस मुद्दों को एक बार फिर उठाया है।
रालोद ने की विरोधियों की आलोचना
- रालोद के महासचिव जयंत चौधरी ने शामली में कैराना और मुजफ्फरनगर के मुद्दें को उठाया।
- उन्होंने कहा कि बार-बार कैराना और मुजफ्फरनगर को बदनाम करने की कोशिश हो रही है।
- जयंत ने कैराना के पलायन और मुजफ्फरनगर दंगों को भुनाने की कड़ी आलोचना की।
केंद्र पर निशाना
- जयंत चौधरी ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा।
- उन्होंने कहा कि सरकार ने अब तक अपना कोर्इ वादा पूरा नहीं किया है।
- किसानों की हितैशी बनने वाली केंद्र ने उनके लिए कुछ नहीं किया।
- केंद्र सरकार चाहती तो किसानों का पैसा माफ कर सकती थी।
- लेकिन उसने ऐसा नहीं किया, क्योंकि वह उनका फायदा नहीं चाहती।
जानकारी हो कि उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनज़र राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) अपने 150 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है।
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