उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन दिन तक चली राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) पाठशाला में यूपी के भावी समीकरणों पर चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार, संघ की इस पाठशाला का असर पूरे देश में दिखाई देगा। बताया जा रहा है कि संघ प्रमुक मोहन भागवत ने अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर देशभर के 42 प्रान्तों के लिए भविष्य की गतिविधियों का रोडमैप तैयार कर लिया है।
- सूत्रों के अनुसार, बैठक में सबसे ज्यादा बल इस बात पर दिया गया कि युवाओं में राष्ट्रवाद की भावना पैदा की जाएगी।
- वहीं, संघ की शाखाओं में अधिक से अधिक युवाओं की संख्या सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया, जिससे अधिक से अधिक युवा संघ की विचारधारा से जुड़ सकें।
- यूं तो संघ का यह कार्यक्रम 17 जुलाई तक चलेगा, लेकिन कार्यक्रम को मुख्य आयोजन प्रांत प्रचारकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग बुधवार को समाप्त हो गया है।
- मालूम हो कि कानुपर के बिठूर में एक निजी कॉलेज में संघ का यह कार्यक्रम चल रहा है।
- संघ के इस आयोजन में तय किया गया कि वित्तीय प्रबंधन के लिए सबसे पहले गुरू पूर्णिमा के पर्व पर पूरे देश में गुरू दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
- इसके साथ ही पदाधिकारियों और प्रचारकों के प्रवास कार्यक्रम भी तय कर दिये गये हैं।
- संघ की तरफ से इस बैठक में विजयादशमी पर होने वाले पथ संचलन और अन्य गतिविधियों के लिए भी दिशा निर्देश जारी कर दिये गए हैं।
- सूत्रों के मुताबिक सरसंघचालक मोहन भागवत ने विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया। संघ प्रमुख ने इन संगठनों को संघ के प्रचारकों के साथ सतत संपर्क और समन्वय रखने को कहा है।
- आज के कार्यक्रम में भाजपा में संगठन का कामकाज देख रहे प्रमुख प्रचारकों के साथ बैठक प्रस्तावित है, जो कि सूबे की राजनीतिक दशा के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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