झांसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी वाटर एक्सप्रेस की फोटो लेने के दौरान अंग्रेजी अखबार इंडियन एसक्प्रेस के फोटो जर्नलिस्ट रवि कनौजिया हाई टेंशन तार की चपेट में आ गए। करंट लगने के बाद बुरी तरह झुलसने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

लुधियाना के रहने वाले रवि कनौजिया इंडियन एक्सप्रेस अखबार की रिपोर्टर श्वेता के साथ सोमवार को दोपहर में ही झांसी गये थे। यहां पहुंचकर रवि पानी के टैंकर पर चढ़कर ट्रेन की फोटो खींचने की कोशिश कर रहे थे। इसी समय वह ट्रेन के ऊपर से गुजर रही 25000 वोल्ट की इस ओएचई लाइन के संपर्क में आते ही धमाका हुआ और तार की चपेट में आने से रवि की मौत हो गयी। हादसे की सूचना होने के बाद सरकार ने इस ट्रेन को झांसी से हटाकर दूसरी जगह भेज दिया है।

करंट से झुलसकर फोटो जनर्लिस्ट की मौत पर जीआरपी अफसर और रेलवे स्टाफ संवेदनहीन बने रहें। फोटो जनर्लिस्ट का शव रेलवे लाइन पर करीब दो घण्टे से अधिक समय तक यूं ही पड़ा रहा, क्योंकि जीआरपी सिपाहियों ने ट्रैक पर पड़े शव को छूने से इनकार कर दिया। इसके बाद मजदूरों को बुलाकर फोटो जनर्लिस्ट का शव ट्रैक से उठवाया गया।

मुख्यमंत्री, अखिलेश यादव की तरफ से दिवंगत फ़ोटो जर्नलिस्ट के आश्रितों के लिए 20 लाख रूपयों की घोषणा की गई है। देर रात 1 बजे मृतक फ़ोटो जर्नलिस्ट रवि कन्नौजिया को पुलिस के आला अफसरो ने पोस्टमार्टम करा कर पोस्ट मार्टम हाउस में  हार माला पहनाकर, उन्हें श्रधांजलि दी। इस दौरान एसपी सिटी गरिमा सिंह एसपी देहात दिनेश सिंह झाँसी मीडिया क्लब प्रेसिडेंट मुकेश वर्मा व जनपद के सभी थानेदार मौजूद रहे।

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें