समाजवादी पार्टी से अलग होकर सेक्युलार मोर्चा बनाने वाले शिवपाल यादव ने सपा में सेंध लगानी शुरू कर दी है। अभी तक समाजवादी पार्टी के दर्जनों नेता सपा छोड़कर सेक्युलर मोर्चे का दामन थाम चुके हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी इसकी चिंता है और यही कारण है कि अखिलेश यादव ने सेक्युलर मोर्चा से निपटने के लिए सपा के बड़े नेता को जिम्मेदारी सौंप दी है।
सपा संगठन में हुआ बदलाव :
पश्चिम यूपी में कैराना सपा कार्यालय पर पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ की मासिक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें में संगठन को मजबूत करने पर बल दिया गया। जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय ने सर्वसम्मति से कैराना विधानसभा अध्यक्ष पद पर रविंद्र पाल नियुक्त किया गया। जबकि चौ. साजिद को उपाध्यक्ष, शामली विस अध्यक्ष पद सहेंद्र उपाध्याय, थानाभवन विस उपाध्यक्ष पर सलीम मिर्जा को नियुक्त किया गया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष ने 15 दिनों के भीतर कमेटी गठन करने का निर्देश दिया। कैराना नगर अध्यक्ष पद पर चौ. हाजी वाजिद हसन को नियुक्त किया गया। सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया। जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय ने बताया कि सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ जनपद शामली में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
शिवपाल ने किया ऐलान :.
आपको बता दें शिवपाल यादव ने चुनावी घोषणा कर सियासी गलियारों में भूचाल ला दिया है। उन्होंने उत्तरप्रदेश की 80 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश की किस्मत बदलना मोर्चे का उद्देश्य है। राष्ट्रीय एकता के लिए समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाया गया है। समाजवादी पार्टी के उपेक्षित, अपमानित और जो लोग हाशिये पर हैं, उन्हें इकट्ठा कर हम लड़ाई लड़ेंगे।
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