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‘राम’ भरोसे लखनऊ की सुरक्षा, यहां रात होते ही बंद हो जाते हैं चौकियों के ताले

राजधानी लखनऊ (Lucknow Police) में ताबड़तोड़ चोरी, लूट, जानलेवा हमले, जहरखुरानी जैसे मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता कम नहीं हो रही। इसी के चलते असामाजिक तत्व बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम देते घूम रहे हैं।

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गुरुवार रात ‘uttarpradesh.org‘ की टीम रात एक बजे लखनऊ की पुलिस चौकी की हालत देखने पहुंची, तो कही पुलिस चौकी पर ताला लगा मिला, तो कहीं सिर्फ एक सिपाही बैठा मिला और कहीं पुलिस कर्मी चौकी का गेट बंद कर अंदर कैजुअल ड्रेस में आराम फरमाते दिखाई दिए।

तस्वीरों में देखिए कितनी मुस्तैद है लखनऊ पुलिस :

रात 1.12 बजे (विवेक खंड पुलिस चौकी) :-  uttarpradesh.org की टीम गोमतीनगर इलाके के विवेक खंड चौकी पहुंची, जहां पुलिस चौकी में ताला बंद मिला।

lucknow police

रात 1.23 बजे (हुसड़िया पुलिस चौकी) :- हुसड़िया पुलिस चौकी में ताला बंद मिला।

रात 1.26 बजे (चिनहट पुलिस चौकी) :- चिनहट पुलिस पर ताला बंद मिला। चौकी के अंदर पुलिसकर्मी लाइट जलते छोड़ बिजली की बर्बादी भी करते दिखें।

रात 1.31 बजे (मटिहारी पुलिस चौकी) :- uttarpradesh.org की टीम कमता के बाद मटिहारी पुलिस चौकी पहुंची। यहां भी हमें ताला ही मिला।

रात 1.40 बजे (वेव पुलिस चौकी) :- मटिहारी के बाद हमारी टीम पॉलिटेक्निक चौराहे स्थित वेव पुलिस चौकी पहुंची। वहां भी हमें ताला ही मिला।

रात 1.42 बजे (पॉलिटेक्निक पुलिस चौकी) :- वेब पुलिस चौकी के बाद हमारी टीम पॉलिटेक्निक चौराहे पर ही स्थित पॉलिटेक्निक पुलिस चौकी पहुंची। वहां भी ताला बंद मिला।

रात 1.45 बजे (मुंशीपुलिया पुलिस चौकी) :- पॉलिटेक्निक के बाद हमारी टीम पहुंची मुंशीपुलिया पुलिस चौकी। वहां भी हमें ताले के अलावा कोई और नहीं मिला।

रात 1.53 बजे (खुर्रमनगर पुलिस चौकी) :- मुंशीपुलिया पुलिस चौकी के बाद हमारी टीम पहुंची खुर्रमनगर पुलिस चौकी। वहां भी हमें कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला, चौकी अंदर से लॉक थी।

रात 2.04 बजे (राम-राम बैंक पुलिस चौकी) :- खुर्रमनगर पुलिस चौकी के बाद हमारी टीम जा पहुंची राम-राम बैंक पुलिस चौकी। जहां पुलिस चौकी खुली थी, अंदर लाइटें जलती मिलीं, लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी हमें नहीं मिला।

रात 2.09 बजे (पुरनिया पुलिस चौकी) :- राम-राम बैंक पुलिस चौकी के बाद हमारी टीम पुरनिया पुलिस चौकी पहुंची। यहां भी पुलिस चौकी पर कुंडी लगी हुई थी, कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला।

रात: 2.17 बजे (मदेयगंज (खदरा) पुलिस चौकी) :- पुरनिया पुलिस चौकी के बाद हमारी टीम पहुंची मदेयगंज (खदरा) पुलिस चौकी। यहां की तस्वीर भी बाकी चौकियों की तरह मिली। चौकी पर ताला नहीं, बल्कि कुंड़ी लगी थी।

रात: 2.27 बजे (केडी सिंह बाबू स्टेडियम चौकी) :- मदेयगंज (खदरा) पुलिस चौकी के बाद हमारी टीम परिवर्तन चौक स्थिक केडी सिंह बाबू स्टेडियम चौकी पहुंची। यहां एक सिपाही चौकी में सो रही था। जैसे ही एक गाड़ी के हॉर्न की आवाज सुनकर जग गया और वहां से चला गया।

रात 2.38 बजे (हजरतगंज पुलिस चौकी) : केडी सिंह बाबू स्टेडियम चौकी के बाद हमारी टीम लखनऊ के दिल कहे जाने वाले हजरतगंज स्थित पुलिस चौकी पहुंची। हजरगंज चौकी पर भी हमें ताला मिला।

रात 2.50 बजे (गोमतीनगर, सीओ ऑफिस) : हजरतगंज चौकी के बाद हमारी टीम गोमतीनगर सीओ ऑफिस पहुंची। सीओ ऑफिस में भी हमरी टीम को ताला ही मिला।

रात 2.56 बजे (सिटी मॉल पुलिस चौकी) : गोमतीनगर सीओ ऑफिस के बाद हमारी टीम पहुंची सिटी मॉल पुलिस चौकी। यहां चौकी में लाइटें जल रही थीं, एसी भी चल रहा था, लेकिन चौकी लॉक थी और कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।

इससे पहले एक मई को भी हमारी टीम ने लखनऊ पुलिस की चौकियों का रियल्टी चेक किया था। उसमें भी लखनऊ पुलिस फेल हुई थी।

वहीं आज अलीगढ़ पहुंचे डीजीपी सुलखान सिंह ने यूपी में बढ़ते क्राइम पर कहा कि, क्राइम को कोई कंट्रोल नहीं कर सकता, क्राइम होता रहा है और होता रहेगा!

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लाख कहने के बावजूद उनके नाक के नीचे रह रही लखनऊ पुलिस सुधर नहीं रही है। डीजीपी सुलखान सिंह साहब कहते हैं कि लखनऊ से पूरे प्रदेश में मैसेज जाता है। लेकिन, लखनऊ पुलिस है कि मानती ही नहीं। बहरहाल, अब देखने वाली बात होगी लखनऊ पुलिस कप्तान दीपक कुमार इस पूरे मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।

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