उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आते ही तमाम बूचड़खाने बंद करा दिए गए थे. इसके अलावा पुलिस महकमा और तमाम गौरक्षक भी गायों की रक्षा में लगे हुए हैं. जिनका ध्यान सड़कों या अवैध रूप से ले जाती गायों की तरफ तो रहता है लेकिन किसी का भी ध्यान सरकारी गौशालाओं की तरफ भूल कर भी नही जाता. ताज़ा माला फ़र्रुखाबाद के कटनी धरमपुर स्थित सरकारी गौसदन का है जो सरकारी उपेछा के चलते अपनी बदहाली पर आज भी आंसू बहा रहा है.
सरकारी गौसदन में नही एक भी गाय-
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- एक सूचना अधिकार के उत्तर से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार यूपी में कुल चार राजकीय गौसदन है.
- ये गौसदन लखीमपुर खीरी , चित्रकूट, बहराइच व् फर्रुखाबाद में स्थित हैं.
- इस दौरान जब फर्रुखाबाद स्थित गौसदन का रियलिटी चेक किया गया तो बेहद चौकाने वाली बातें सामने आई.
- इस गौसदन की 195 एकड़ (1000 बीघा) कृषि भूमि गौवंश के खाने चारे के लिए है.
- लेकिन हैरानी वाली बात ये हैं की इस सरकारी गौसंदन में एक भी गाय नही है.
- गौसंदन की कई एकड़ भूमि में लाखो की कीमत से बनी बिल्डिंग भी वीरान हालत में पड़ी है.
- इस बिल्डिंग में करीब 500 से ज्यादा गायें आराम से रखी जा सकती हैं.
- यही नही 1000 बीघा जमीन चारे के लिए है.
- जिससे आसानी से गौशाला में रहने वाली गायों के खाने का भी प्रबंध किया जा सकता है.
- बता दें की यह गौसदन उत्तर प्रदेश सरकार के पशु धन विभाग के अंतर्गत संचालित है.
- लेकिन इसके बावजूद सरकारी उपेछा और जनसहयोग की कमी के चलते ये गौसदंन लावारिस हालत में है.
- गौरतलब हो की प्रदेश भर के शहरों में हज़ारों की संख्या में आवारा गाये सड़कों पर घूमती रहती हैं.
- जिन्हें खाने के लिए सिर्फ कूड़ा करकट और पालीथीन ही मिलती है.
- ऐसी गायों को भी अगर सरकारी गौशालाओं में जगह दी जाए तो उन्हें भी खाने की सुविधा हो जाएगी.
- साथ ही सड़कों पर इन गायों के चलते होने वाली समस्याएँ भी समाप्त हो जाएँगी.
फर्रुखाबाद गौसदन के मामले में जानकारों किये ये खुलासे-
- इस सरकारी गौसंदन के मामले मे नंदी सेना के अध्यक्ष विक्रांत अवस्थी से भी गई.
- उन्होंने बताया की फर्रुखाबाद के कटरी धरमपुर में सरकारी गौसदन है.
- जिसमे 195 एकड़ (1000 बीघा) भूमि है.
- इस भूमि को टुकड़ो में बाँट दिया गया है.
- इस पर भू माफियाओ का भी कब्ज़ा है.
- यह लोग फसले उगाते है लेकिन किसी भी गौवंश के मुंह में फसल का एक भी दाना नही जाता है.
- उन्हों ने कहा कि इससे पहले की सरकार सिर्फ गौ वंश को कटवाने का काम करती थी.
- आज योगी जी की सरकार है और इसने बूचड़खाने बंद करा दिए है.
- लेकिन बूचडखानो को बंद कराने से ही गौवंश का भला नही होगा.
- इस मामले में मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉक्टर पुष्प कुमार से भी बात की गई.
- उन्होंने बताया कि इस गौसदन में केवल एक मैनेजर है.
- इसके अलावा यहाँ कोई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नही है.
- उन्होंने ये भी कहा की इस गौसदन के लिए कोई भी बजट नही आता है.
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