उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार 22 जनवरी को पार्टी का ‘घोषणा पत्र’ जारी कर दिया है। साल 2012 की तर्ज पर अखिलेश यादव ने इस घोषणा पत्र में भी सूबे की जनता से कई लोक लुभावन वादे किये हैं। घोषणा पत्र में कुछ वादे नए हैं, तो कुछ पुराने और कुछ के स्वरुप को बदलकर नए स्वरुप में पेश कर दिये गए हैं।
पहले के ही वादे नहीं हुए पूरे:
- अखिलेश यादव ने रविवार को पार्टी के घोषणा पत्र को जारी करते हुए सूबे की जनता को अपने वादों की पोटली थमा दी है।
- घोषणा पत्र में सपा ने कुछ नए वादों को जगह दी है तो कुछ पुराने वादों को वापस से शामिल कर दिया है।
- वहीँ कुछ वादों के पुराने स्वरुप को बदलकर नया स्वरुप कर दिया गया है।
- जिसके बाद ये बात तो तय है कि, समाजवादी पार्टी ने सूबे की जनता को अपने वादों का चूना लगाने की तैयारी कर ली है।
समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र के ऐसे वादे जिन्हें सरकार दोहरा रही है:
किसान को राहत देने की एक और घुट्टी:
- रविवार को जारी घोषणा पत्र को अखिलेश यादव ने जिस हिसाब से पेश किया उस हिसाब यह पत्र किसानों के लिए ही बना है कह सकते हैं।
- किसानों को सस्ते ऋण उपलब्ध कराने की बात कही गयी है, जिससे किसान आसानी से बीज, खाद खरीद सकें।
- साल 2012 में भी समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में किसानों को 4 फ़ीसदी ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने की बात कही थी।
- किसानों की फसल के स्टॉक को सुरक्षित रखने और उपज का बेहतर मूल्य दिलाने की बात कही गयी है।
- साल 2012 में भी सपा ने यही वादा किया था, लेकिन सरकार किसानों को उनकी फसलों का समर्थन मूल्य भी मुहैया नहीं करा पायी है।
- बुंदेलखंड में पानी की उपलब्धता की ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिससे वहां के किसान साल में दो फसलें उगा सकें।
- साल 2012 में भी सरकार ने बुंदेलखंड में सूखे को लेकर कई योजनाओं की बात कही थी।
- लेकिन जमीनी हकीकत में पिछले 5 सालों में सरकार ने बुंदेलखंड की समस्या के लिए सिर्फ तालाब खुदवाए हैं।
- सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले कोल्ड स्टोरेज की स्थापना की जाएगी।
- साल 2012 में भी सपा ने किसानों की फसलों को नुक्सान से बचाने के लिए कोल्ड स्टोरेज बनाने की बात कही थी।
- इस बार फर्क इतना है कि, कोल्ड स्टोरेज के वादे में अब सौर ऊर्जा जुड़ गया है।
बुंदेलखंड में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने की बात:
- अखिलेश यादव ने अपने घोषणा पत्र में बुंदेलखंड में सिंचाई हेतु पानी के सृजन की बात की है।
- सपा का यह वादा भी पुराना ही है, जिसका स्वरुप बदलने की कोशिश की गयी है।
- साल 2012 में भी समाजवादी सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई और सूखे की समस्या से निपटने के कई वादे किये थे।
- लेकिन जमीनी हकीकत में बुंदेलखंड शुरूआत के 3 साल पूरी तरह से उपेक्षित रहा था।
- चुनाव नजदीक आने पर अखिलेश यादव द्वारा बुंदेलखंड में तालाब खुदवाए गए थे।
शिक्षा क्षेत्र:
- अखिलेश यादव ने निर्धन छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा हेतु स्कॉलरशिप की नयी योजना चलाने का वादा किया है।
- इसके अलावा आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों को प्रतिष्ठित निजी विद्यालयों में प्रवेश की व्यवस्था की जायेगी।
- सरकार एक वर्ष के अन्दर सभी सरकारी शैक्षिक संस्थानों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती कर देगी।
- साल 2012 में भी समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में ये वादे किये गये थे।
- सपा ने शिक्षा मित्रों को स्थायी करने की पहल शुरू की थी, लेकिन पिछले 5 सालों में भी सरकार सभी को नियुक्त नहीं कर पायी है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाएँ:
- सूबे में जिला स्तर पर ब्लड बैंक की स्थापना/उच्चीकरण कराया जायेगा, ताकि खून कि कमी से किसी की भी मौत न हो।
- बड़े शहरों में जिला अस्पतालों का उच्चीकरण किया जायेगा जिससे हर जिले में कम से कम एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हो सके।
- हर जिला अस्पताल में आईसीयू और वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।
- समाजवादी पार्टी साल 2012 के घोषणा पत्र में भी इन बातों को दोहरा चुके हैं।
- सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने उस दौरान भी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने और ब्लड बैंक को बढ़ाने की बात कही थी।
- जाहिर तौर पर इस क्षेत्र को भी उदासीनता सहनी पड़ी है, वरना 5 साल बाद विषय को फिर से घोषणा पत्र में शामिल करने का औचित्य क्या था।
- इसके साथ ही मोहल्ला क्लीनिक की बात कही गयी है, लेकिन बदले हुए स्वरुप के साथ 2012 में भी इसका इस्तेमाल हो चुका है।
- साथ ही हर जिला अस्पताल में आईसीयून और वेंटिलेटर का वादा भी पार्टी 2012 में कर चुकी है।
अल्पसंख्यक वर्ग के लिए योजनायें:
- सपा ने अपने घोषणा पत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए रोजगार उपलब्ध कराने का वादा किया है।
- साथ ही अल्पसंख्यकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा और कैरियर काउंसलिंग भी पार्टी करवाएगी।
- साल 2012 में समाजवादी पार्टी ने सूबे के अल्पसंख्यक ही नहीं सभी वर्ग के युवाओं के रोजगार की बात की थी।
- वहीँ पिछले 5 सालों में प्रदेश के भीतर बेरोजगारों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है।
- रोजगार के दावे करने के बाद भी अखिलेश यादव के राज में बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।
- वहीँ इस बार के घोषणा पत्र में अखिलेश यादव ने 1 करोड़ लोगों को 1000 रुपये भत्ता देने की बात कही है।
- यह बात अपने आप में ही सरकार की नाकामियों को दर्शाती है।
बिजली व्यवस्था:
- सपा के घोषणा पत्र में विद्युत उत्पादक योजनाओं को पूरा कराया जायेगा, साथ ही पुरानी विद्युत लाइनों के नवीनीकरण का वादा किया गया है।
- इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर सिस्टम से स्ट्रीट लाइट योजना बनायी जाएगी।
- साल 2012 में भी सपा सरकार ने बिजली की समस्या को प्रमुखता से उठाया था।
- साथ ही तब भी कई विद्युत उत्पादक योजनाओं को पूरा कराने की बात कही थी।
- इसके साथ ही स्ट्रीट लाइट योजना भी सपा का नए पैकेट में पुराना धमाका ही है।
शहरी क्षेत्रों का विकास:
- सपा ने सूबे के शहरों में ग्रीन फील्ड टाउनशिप के विकास की बात कही है।
- साथ ही सभी बड़े शहरों में ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने की बात कही गयी है।
- इसके अलावा सपा ने शहरों में कूड़ा प्रबंधन/ सीवेज ट्रीटमेंट की व्यवस्था का वादा किया है।
- साल 2012 में भी पार्टी ने ग्रीन फील्ड टाउनशिप जैसी लोक लुभावन योजनाओं को घोषणा पत्र का आधार बनाया था।
- साथ ही ट्रैफिक और कूड़ा प्रबंधन की बात भी सपा ने 2012 के घोषणा पत्र में की थी।
- लेकिन ट्रैफिक और कूड़ा प्रबंधन शायद सिर्फ घोषणा पत्र में ही अच्छे लगते हैं।
गांवो का विकास:
- सपा ने अपने घोषणा पत्र में जनेश्वर मिश्र ग्राम्य विकास योजना का विस्तार बड़े पैमाने पर किये जाने की बात कही गयी है।
- साल 2012 में सपा ने राम मनोहर लोहिया ग्राम्य विकास योजना की बात की थी।
- जनेश्वर मिश्र ग्राम्य विकास को राम मनोहर लोहिया का परिवर्तित रूप कह सकते हैं।
व्यापार-उद्योग:
- ‘ईज ऑफ़ बिज़नस’ को व्यावहारिक धरातल पर उतारा जायेगा।
- साल 2012 में सपा इस वादे को पहले ही भुना चुकी है।
- उद्दमियों और व्यापारियों के लिए पूर्ण रूप से सिंगल विंडों सिस्टम लागू किया जायेगा।
- यह मुद्दा भी सपा 2012 में इस्तेमाल कर चुकी है।
युवा कल्याणकारी योजनायें:
- सपा ने राज्य से सम्बंधित खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण और रोजगार के लिए आर्थिक प्रोत्साहन।
- खेलकूद के क्षेत्र में मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित/प्रशिक्षित करने हेतु आवासीय पद्धति पर समाजवादी स्पोर्ट्स स्कूल बनाने की बात।
- पांच क्षेत्रीय स्तर पर गुणवत्तापरक खेलकूद केंद्र स्थापित किये जायेंगे।
- समाजवादी पार्टी के ये सभी वादे किसी ने किसी रूप में 2012 के घोषणा पत्र में मौजूद हैं।
- पार्टी ने सूबे में खेल की सुविधाओं और युवाओं के लिए योजनाओं का मुद्दा 2012 में भी उठाया था।
अधिवक्ताओं के लिए:
- युवा अधिवक्ताओं को मासिक आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- 60 वर्ष से कम उम्र के अधिवक्ताओं की मृत्यु पर आश्रित परिवार के सदस्य को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की बात कही है।
- साल 2012 में भी समाजवादी पार्टी ने इन मुद्दों को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था।