गाजीपुर। निकाय चुनाव जो प्रदेश में कई चरणों में होनी है। वहीं प्रथम चरण में जनपद गाजीपुर की 8 निकायों का चुनाव होना है जिसके लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुके हैं। लोग अध्यक्ष पद के सपने को संजोए हुए है। (nagar nikay chunav)
- लेकिन पिछले 5 सालों में निकायों की जिम्मेदारी संभाले अध्यक्षों ने अपने क्षेत्रों में कितना विकास किया है।
- इस बात को जानने का प्रयास किया।
- इसी कड़ी में आज हमारी टीम जंगीपुर नगर पंचायत का हाल जानने का प्रयास किया।
- तो पता चला कि यहां के अध्यक्ष ने विकास के नाम पर कर्मचारियों के एरियर के नाम करोड़ों का घोटाला कर डाला।
- जिसको लेकर आमजन में काफी नाराजगी देखने के मिली।
सत्यनरायन को जनता ने सौंपी थी कुर्सी (nagar nikay chunav)
- जनपद गाजीपुर का जंगीपुर विधानसभा जिसका अस्तित्व पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान आया था।
- उसी विधानसभा की इकलौती नगरपंचायत जंगीपुर है।
- जहां से बहुजन समाज पार्टी के टिकट से सत्यनरायन गुप्ता विजयी हुए थे।
- पिछले चुनाव में वहां की जनता ने सत्यनारायन को भगवान का दर्जा देकर।
- जिस तरीके से नगरपंचायत की कुर्सी सौंपी थी।
कफन चोर तक निकला सत्यनारायन
- सत्यनारायन गुप्ता उतना ही अपने वोटरों के लिए लुटेरा।
- घोटालेबाज और कफन चोर तक निकला।
- ये बाते हम नहीं कह रहे बल्कि वहां की आम जनता उनके पांच साल के कार्यकाल की लेखाजोखा को कसौटी पर देखा।
- एक दो नहीं बल्कि दर्जनों मामले में विकास के नाम पर करोड़ नहीं बल्कि करोड़ों का वारा नियारा कर चुके है।
- जंगीपुर नगरपंचायत में राम जानकी पोखरा जो ऐतिहासिक है।
- उसको किसी बनिया वर्ग ने दान कर लोगों को सुपुर्द किया था।
- वहां पर 1 करोड़ 95 लाख की लागत से पोखरे की रकबे को कम करते हुए कमीशन वाली मिट्टी डाल दिया।
- उस पोखरे को अपनी आँखों से देखिए तो पोखरा खूबसूरत हुआ है।
- या फिर बदसुरत क्योंकि जहां करोड़ों रूपए पानी की तरह बहाया जाए। (nagar nikay chunav)
- तो उसकी सूरत कुछ ऐसी होगी की हर किसी के जुबान पर उसकी तारीफ के अलावा कुछ नहीं सुनने को मिलेगा।
- लेकिन यहां तो हर कोई चेयरमैन के इन कारनामों को ही बयां कर रहा है।
स्ट्रीट लाइट के कमीशन में भी मालामाल
- इतना ही नहीं नगर में उजाले के लिए लगी स्ट्रीट लाइटे जिनकी कीमत हजारों में होगी।
- उसे लाखों में खरीददारी दिखाकर करीब 10 करोड़ की लागत से नगर पंचायत में उजाला तो कर दिया।
- लेकिन उसकी 60 फीसदी कमीशन से खुद मालामाल हो गए।
- इतना होता तो ठीक था।
- लेकिन इन्होंने तो उन लाइटों पर नगरपंचायत जंगीपुर के बजाए खुद का नाम सत्यनारायन गुप्ता लिखवा डाला।
- जैसे कि यह धन उनके बाप दादा का रहा हो।
- इन्होंने तो मंदिर जो चंदे की रकम से बनी है।
- उस पर भी ये अपना हक जताते हुए रातों रात अपने कार्यों के नाम का शिलापट्ट लगाने से भी नहीं चुके है।
फर्जी हस्ताक्षर पर खूब मचाई लूट
- इन्होंने अपने नगर क्षेत्र में गरीब बेटियों के शादी के नाम पर फर्जी हस्ताक्षर कर।
- शादी अनुदान और गरीबों की मौत पर उन पीड़ितों को दाहसंस्कार के नाम पर कफन तक का पैसा लूट लिया।
- इतना सब करने के बाद भी जिस पार्टी यानी बसपा के बैनर तले नगरपंचायत चेयरमैन की कुर्सी तक पहुंचे थे।
- उससे भी दगा किया, अपने मतलब के लिए कभी साईकिल का झंड़ा ढोया तो कभी हाथी का।
- इन्ही सब कारनामों को देखते हुए बीएसपी ने इस बार हाथी के पुंछ के सहारे नीचे उतार पैदल कर दिया।
- जब ये कुर्सी संभाली थी।
- तब कर्मचारियों के वेतन के ऐरियर के नाम पर करीब दो करोड़ रूपए आए थे।
- इस रकम में भी ट्रेजरी से इसका भुगतान करा अध्यक्ष, ईओ, कैशियर व अन्य मिलकर कर्मचारियों के ऐरियर का बंदरबांट किया।
- किसी को ऐरियर 75 फीसदी भुगतान किया तो किसी को एक रूपए तक नसीब नहीं हुआ।
- जबकि सभी कर्मचारी अपने ऐरियर बनवाने के लिए प्रति कर्मचारी 10 हजार रूपया भी दिए थे।
एफआईआर बता रही ईमानदारी की हकीकत
- स्थानीय निवासी रामेश्वर, लालजी, नंदलाल, रिंकू गुप्ता, ललिता देवी, अलमगीर, गुल मोहम्मद,
- सफाई कर्मचारी जंगीपुर नगरपंचायत राम चन्द्र राम ने बताया कि निवर्तमान चेयरमैन कितने ईमानदार है।
- इस बात की सत्यता इस एफआईआर की कापी से पता चलता है।
- जिसमें नगरपंचायत की लोहे की पाइप जिन्हे नीलाम करना चाहिए था।
- उसे दिनदहाड़े वाहन पर रख बेचने जाते समय रंगेहाथों पकड़े जाने पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
- स्थानीय लोगों के द्वारा करोड़ों रूपए के घोटाले का आरोप लगाया। (nagar nikay chunav)
- पर जब मीडिया नगरपंचायत अध्यक्ष जंगीपुर सत्यनरायन गुप्ता से जानने का प्रयास किया।
- तो उन्होंने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये विरोधियों की साजिश है।
- लगातार कई बार इन लोगों के द्वारा जांच कराया गया है, जिसमें हमें बरी किया जा चुका है।
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