आज हमारी टीम उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर के गांव पीपल शाह में पहुंची है। यहां का आदर्श गांव का हमने मौके पर पहुंचकर बारीकी से जायजा लिया। जब हमने गांव की जनता से हालात के बारे में पूछा तो उनका कहना है कि जबसे संजीव बालियान ने यह गांव गोद लिया है जबसे उन्होंने कुछ नहीं किया है।
भूखी गायों को चारा तक नहीं मिलता
- हमारे यहां गाय माता है उन्हें सही से चारा तक नहीं मिल पाता।
- गाय को भूखे मरने की नौबत आ रही है डॉक्टर भी है नहीं आते है और दवा भी नहीं मिलती।
- अगर हम गाय माता को बेचने की भी बात करते हैं तो लोग कहते हैं इसको यहां से कबाड़ में फेक दो।
- जब से BJP सरकार आई है किसानों को धरती में उतार दिया है।
- हमारे यहां 15 साल से चकबंदी हो रही है उसका कोई समाधान नहीं हो रहा।
- सब पैसे लेकर चले जाते हैं सांसद ने वादा किया था लेकिन उसे पूरा नहीं किया।
गांव में चाय पीने आते हैं सांसद
- सांसद सिर्फ गांव में चाय पीने आते हैं या वोट मांगने आते हैं लेकिन सांसद ने कुछ नहीं किया है।
- आने वाले टाइम में चुनाव में हम इन्हे मुहतोड़ जवाब देंगे।
- साथ ही जनता का कहना है कि सांसद ने गांव को गोद लेकर इसे पोलियो कर दिया, यहां रास्ता भी जर्जर हालत में है।
- सड़के टूटी पड़ी है खड़ंजे नाली कोई विकास मौके पर नहीं हुआ है।
- यहां तक गांव में श्मशान घाट तक नहीं है।
- जनता का कहना है कि शौचालय भी गिने चुने कुछ लोगों कहां बनाए गए हैं।
- यह हालात हैं सांसद के गांव पीपलशाह का यहां आधे से ज्यादा गांव में जनता बिना शौचालय के ही रह रही है।
मुलायम सिंह यादव ने किया था CHC का लोकार्पण
- उत्तरप्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर के सांसद व पूर्व केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री डॉ. सजीव बालियान ने पीपलशाह गांव को गोद लेकर आदर्श गांव बनाने का एलान किया था।
- उन्होंने वादा करते हुए कहा था कि चकबंदी कर्मचारी गांव में किसानों की जमीन की पैमाइश करेंगे।
- चकबंदी में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- लेकिन हक़ीक़त में यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ।
- आपको बता दें कि तत्कालीन भाजपा विधायक रणधीर सिंह के प्रयास से शासन से चरथावल को सीएचसी का तोहफा मिला था।
- 30 जून 2006 में मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने नुमाइश कैंप में रैली के दौरान सीएचसी के शिलापट का लोकार्पण किया था।
- लेकिन अभी तक सीएचसी वाली सुविधाएं शुरू नहीं की गई हैं।
सीएचसी का बजट यहां कर दिया खर्च
- दरअसल, तब शासन से एक सीएचसी का बजट मिला था।
- वह शाहपुर और चरथावल की सीएचसी में कोल्ड चेन और मीटिंग कक्ष के लिए खर्च कर दिया गया।
- सीएचसी के मानक के अनुरूप यहां छह विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होनी चाहिए।
- जबकि यहां सिर्फ दो जनरल फिजिशियन हैं और पीएचसी वाली पुरानी बिल्डिंग में बैठते हैं।
- सीएचसी के लिए निर्धारित कक्ष, चिकित्सकों के लिए आवास और ऑपरेशन की सुविधाओं का अभाव है।
- एक्सरे मशीन नहीं है, पुराने आवास जर्जर और रहने लायक नहीं हैं।
- सीएचसी के अंतर्गत 29 गांवों के अधिकांश उप स्वास्थ्य उपकेंद्रों की हालत जर्जर है।
- इनमें से नंगला राई, बिरालसी, दूधली और रोनी हरजीपुर समेत सात उपकेंद्रों पर तो अरसे से एएनएम तैनात नहीं हैं।
- जिससे प्रसव पूर्व महिलाओं की देखभाल और बच्चों का नियमित टीकाकरण कार्यक्रम भी प्रभावित हो रहा है।
- पीपलशाह गांव केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. सजीव बालियान द्वारा आदर्श सांसद गांव योजना में गोद लेने के कारण जर्जर भवन के निर्माण के लिए बजट मंजूर हो गया था लेकिन सब यहां कागजो में ही रह गया है।
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