राजधानी के गोमतीनगर स्थित अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में पीएम मोदी के आकाशवाणी पर किए गए ‘मन की बात‘ कार्यक्रम का संकलन के उर्दू संस्करण के पुस्तक का विमोचन किया गया। जिस पुस्तक को जावेद मालिक द्वारा संकलित किया गया है। इस मौके पर बीजेपी संगठन महामंत्री सुनील बंसल पुस्तक का विमोचन किया। इस दौरान कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उर्दू एकेडमी के पदाधिकारियों और सदस्यों ने सुनील बंसल का बुके देकर स्वागत किया।
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मन की बात में उठाए गए मुद्दे विभिन्न देशों ने माना: टण्डन
मन की बात पुस्तक के उर्दू संस्करण के विमोचन पर कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन भी कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान आशुतोष टंडन ने कहा कि मोदी जी के रूप में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व प्राप्त है। भारतीय जनता पार्टी ने जो नेतृत्व दिया है वो पूरी दुनिया में विख्यात है। मोदी जी ने मन की बात में जो मुद्दे उठाए उसे खुद जापान सहित तमाम लोगों ने माना है। जावेद मलिक के इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर जावेद मलिक को बधाई देते हुए कहा कि उर्दू सबसे मीठी भाषा है, जो उर्दू में मन की बात का संस्करण हो रहा है उसके लिए मैं जावेद मालिक को बधाई देता हूॅं।
पुस्तक के लिए सुनिल बंसल ने दिया बधाई
‘मन की बात‘ कार्यक्रम के संकलनकर्ता तथा उर्दू अनुवादक जावेद मलिक को पुस्तक के लिए सुनील बंसल ने जावेद मलिक को बधाई दिया। कहा कि मन की बात कार्यक्रम के कई अनुवाद किताब का विमोचन में सुनील बंसल जी ने कहा जावेद मालिक जी ने बहुत अच्छा कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी की बात ऊर्दू भाषी लोंगो तक पूरी दुनियां में जाएगी उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मन की बात सबसे बड़ी विशेषता समाज की छोटी से छोटी समस्याओं को रेखांकित करना तथा उसका समाधान प्रस्तुत करना। श्री बंसल ने कहा कि मोदी जी लोकप्रियता आज पूरी दुनियां में है इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि वह गरीबों, किसानों, युवाओं, महिलाओं, व्यापार और उद्योग जगत के लोंगो सभी के सशक्तीकरण के लिए कार्य रहे है और श्रेष्ठ भारत के निर्माण को कृत संकल्पित है।
श्री बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीबों तथा आम लोंगो के मसीहा है इसलिए मन की बात के माध्यम समाज के प्रत्येक समस्या पर चर्चा करते तथा समस्या निदान के लिए लोगो को प्रेरित करते है। जो इस किताब को आप ने लिखा, जो संवाद होना चाहिए समाज में संवाद की कमी हो गई है। अब मन की बात कार्यक्रम से मन की बात का मकसद जनता से संवाद स्थापित करना है। प्रधानमंत्री प्रत्येक महीने की आखरी रविवार को मन की बात कार्यक्रम मे देश की जनता से संवाद करते है। पार्टी के लोगों को, युवा वर्ग से सीधे संवाद स्थापित करना चाहिए।
मन की बात कार्यक्रम के कारण बंद पडे रेडियों बाहर आ गए एवं गांव के लोगो से भी संवाद शुरू हो गया है। दूर के लोग भी मन की बात सुनने में दिलचस्पी लेने लगे। सब को मिलकर इस भारत देश के लिए कार्य करना है। सबके साथ संवाद स्थापित करना है। समाज में बदलाओ की शुरूवात हो गया है इसे आगे बढाना है। भारत को श्रेष्ठ भारत बनाना है।