उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सत्ता सँभालते ही सूबे में भ्रष्टाचार, फाइलों के निस्तारण में देरी आदि समस्याओं को खत्म करने की बात कही थी, इसी क्रम में शुक्रवार 27 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारम्भ किया, जिसके तहत शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश विधानसभा के तिलक हॉल में आयोजित किया गया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोमतीनगर पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने मातृ एवं शिशु के लिए मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण(referral hospital inauguration) किया, इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का संबोधन भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के मुख्य अंश(referral hospital inauguration):
डॉक्टर्स न होना बड़ी चुनौती है(referral hospital inauguration):
- चिकित्सा शिक्षा लगातार प्रदेश में आयाम बना रही है।
- प्रदेश में चुनौतियां है पर चिकित्सा शिक्षा की टीम बहुत तेज़ी से काम कर रही है।
- बड़ी चुनौती है कि, डॉक्टर्स नही है।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी यही हाल है।
- लखनऊ और कुछ जगहों को छोड़ दे तो गावों में अच्छे डॉक्टर मिलना मुश्किल है।
- इसलिए डॉक्टर्स की समस्या है।
- मैं आवाहन करता हूँ मौजूदा चिकित्सा छात्रों की वह अपनी सेवाएं हर जगह दें।
- शहरों तक सीमित न रहे।
- हम हर कमिश्नरी पर मेडिकल कॉलेज बनाना चाहते हैं,
- लेकिन जब तक सब जागरूक नही होंगे तब तक यह मुसीबत बनी रहेगी ।
शहर से बाहर भी काम करना होगा(referral hospital inauguration):
- छात्र कम से कम MBBS करने के बाद कम से कम एक साल,
- PG करने के बाद दो साल,
- स्पेशिलिटी करने के बाद 3 साल काम से कम ग्रामीण क्षेत्र में दें।
- आप जिस गाँव में जायें वहाँ आप ऐसा काम करे कि, आप की सेवाओं को हमेशा याद रखें।
- अगर हमें प्रदेश को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देनी हैं तो अपने आप को शहर से बाहर भी काम करना होगा।
- हम मालवीय जी की कही गई बातों पर काम करेंगे।
- राम मनोहर लोहिया संस्थान और चिकित्सालय का विलय जरूरी है इस पर काम जरूर होगा।
- साथ ही आवासीय व्यवस्था भी की जाएगी।
- रेफरल हॉस्पिटल का नाम पूर्व मुख्यमंत्री रामप्रकाश गुप्ता के नाम पर होगा इसकी मैं घोषणा करता हूँ।