निर्दोष हुआ रिहा – 65 साल के बुजुर्ग बन्ने को फर्जी तरीके से गौ कशी के आरोप में जेल भेज दिया।
- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में स्याना में हुई 3 दिसंबर को हिंसा के बाद पुलिस की भारी चूक।
- निर्दोष पीड़ितों पर भारी पड़ रही है पुलिस ने गोकशी के आरोप में एक लगभग 65 साल के बुजुर्ग बन्ने को फर्जी तरीके से गौ कशी के आरोप में जेल भेज दिया।
- बन्ने खा नाम का ये बुजुर्ग जेल से छूटने के बाद अपनी आप बीती बता रहे हैं और साथ ही कह रहे हैं कि बुलन्दशहर पुलिस ने उनके साथ बहुत मारपीट की।
- बन्ने खा की माने तो आजतक बन्ने खा ने स्याना नहीं देखा है।
- स्याना उनके गाँव से 50 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर, लेकिन पुलिस एक भी बात न सुनते हुए मुझको जेल की सलाखे के अंदर करा दिया।
- लगभग एक हफ्ता से अधिक जेल में गुजारने के बाद पुलिस को अहसास हुआ की निर्दोष को जेल भेज दिया गया
- निर्दोष जेल से वापिस आने के बाद दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाही की मांग कर रहे है और न्याय की गुहार कर रहे हैं।
- हालांकि पुलिस मामले में अपनी भूल मान चुकी है और 169 की कार्रवाई करने के बाद चार निर्दोष को जेल से रिहा भी कर किया गया है।
- लेकिन इस सब के बावजूद भी निर्दोष बन्ने खा अभी भी अपने पुराने दिन को नहीं भुला पा रहे हैं.।
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