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बालू-मौरंग के बढ़े दामों से हाहाकार

बालू-मौरंग के दाम बेतहाशा बढ़ रहे है जिससे घर और बिल्ड़िग बनाने वालों में हाहाकार मच गया है। सरकार के तमाम कोशिशों के बावजूद भी गिट्टी और मोरंग के दामों में लगाम नहीं लगाया जा सका है। लखनऊ में 140 रूपया घनफुट मौरंग के दाम पहुंच के गए हैं तो वहीं गिट्टी का रेट 75 रूपए घनफुट हो गया है। वहीं पूरे प्रदेश की बात करें तो मौरंग का औसत रेट 125 रूपया घनफुट है। 40 रूपए घन फुट मिलने वाली मौरंग अब 125 रूपए घनफुट में खरीदने को उपभोक्ता विवश है।

सरकारी योजनाएं भी हो रही है प्रभावित

बता दें कि गिट्टी के भी दाम पहले से दोगुना हो गए हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद मौरंग-गिट्टी के दाम बेकाबू हो गए हैं। जिससे सरकार द्वारा विकास कार्य की योजनाओं की भी लागत बढ़ गई है। जिससे ठेकेदारों की परेशानी में इजाफा हुआ है। आम लोगों के लिए बालू-गिट्टी की मुसीबत सबसे ज्यादा बढ़ गई है। कुछ लोग अपना घर निर्माण कार्य करा रहे थे लेकिन गिट्टी मोरंग के दाम में बेतहाशा वृद्धि के कारण वह अपना कार्य बंद करा दिए हैं तथा बालू और मौरंग के दाम में कमी होने का इंतजार कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री कई बार जता चुके हैं चिंता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस विषय पर कई बाद चिन्ता जाहिर कर चुके हैं, लेकिन विभागीय अधिकारियों के लापरवाही का आलम यह है कि अब तक इस संबंध में कोई उचित हल नहीं निकाला गया। लम्बे समय से इस समस्या से जनता जूझ रही है तो वहीं इससे सरकारी योजनाओं की भी लागत बढ़ गई है। मौरंग-गिट्टी के बढ़े दामों पर 3 विभाग जिम्मेदार है जिसमें खनन विभाग, परिवहन विभाग और वन-पर्यावरण विभाग सम्मिल है। अफसरों के इस लापरवाही का खमियाजा सरकार को उठाना पड़ता है।

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